इटावा कांड व विद्यालय विलय के विरोध में भाकपा ने किया प्रदर्शन
इटावा कांड व विद्यालय विलय के विरोध में भाकपा ने किया प्रदर्शन
इटावा कांड व विद्यालय विलय के विरोध में भाकपा ने किया प्रदर्शन
– एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति व सीएम को भेजा ज्ञापन
फोटो परिचय- तहसील परिसर में प्रदर्शन करते भाकपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता।
मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ खागा, फतेहपुर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला काउंसिल ने इटावा दादरपुर की घटना व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों के बंदीकरण एवं विलय के आदेश के खिलाफ नगर में जोरदार प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के उपरांत राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई कि इटावा जैसी घटनाओं पर सख्त रोक लगाई जाए। सांप्रदायिकता, जातिवाद, लिंग एवं रंग के आधार पर हो रहे उत्पीड़न को तुरंत रोका जाए। समाज में फैल रही धार्मिक व जातीय उन्माद की प्रवृत्ति पर सरकार प्रभावी नियंत्रण लगाए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए ठोस कानून बनाए जाएं। पार्टी ने परिषदीय विद्यालयों को बंद करने के निर्णय को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि विद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार कर छात्र संख्या बढ़ाई जाए तथा शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाए। साथ ही दोहरी शिक्षा नीति व नई शिक्षा नीति 2020 को खत्म करने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने महंगाई, भ्रष्टाचार, भू-माफिया और अवैध खनन पर सख्त रोक लगाने, गड्ढों में तब्दील सार्वजनिक सड़कों को तुरंत दुरुस्त करने, किशनपुर डांडव पुल व नौबस्ता रोड की मरम्मत की मांग भी की। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से कामरेड राम प्रकाश, फूलचंद पाल, रामकृष्ण हेगड़े, रामचंद्र, सुमन सिंह चौहान, छोटेलाल, राधे रमण पांडेय, पूरनलाल, अनोखेलाल, सूरज, अतुल कुमार, विनोद कुमार, नेम सिंगर एडवोकेट, राम समाज, राम सुमेर सिंह एडवोकेट सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।