प्रतिबंधित पुल से फर्राटा भर रहे भारी वाहन, सूचना के बाद भी अनजान
प्रतिबंधित पुल से फर्राटा भर रहे भारी वाहन, सूचना के बाद भी अनजान
प्रतिबंधित पुल से फर्राटा भर रहे भारी वाहन – सूचना के बाद भी तहसील प्रशासन बना अनजान
फोटो परिचय- वैकल्पिक मार्ग से गुजरते लोग।
मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ विजयीपुर, फतेहपुर। विजयीपुर क्षेत्र के अंतर्गत जनपद से बांदा जनपद जोड़ने वाला यमुना सेतु किशनपुर दादों यमुना पुल क्षतिग्रस्त होने की वजह से विभागीय कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग ने बोर्ड लगा पुल से बड़े भारी उप खनिज बालू गिट्टी वाहनों के परिवहन पर सख्त प्रतिबंध लगाया था। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन क्षतिग्रस्त ब्रिज से हादसे को आंकते हुए स्थानीय पुलिस की पहरेदारी सुरक्षा बैरिकेड भी लगाई गई। विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा सख्त रोक के बाद भी खनन कारोबारी स्थानीय जिम्मेदारों से सेटिंग गेटिंग करके प्रतिबंधित यमुना सेतु से वैकल्पिक मार्ग बना करोड़ों का बालू भंडारणो से भारी वाहनों से उप खनिज बालू की निकासी कर रहे हैं।
किशनपुर थाना क्षेत्र के चंद कदम दूरी पर सेटिंग गेटिंग से खनन कारोबारी ने बांदा जनपद से विशेष कार्य बालू उप खनिज फतेहपुर निकासी के लिए क्षतिग्रस्त पुल के बगल से बिना शासनादेश के वैकल्पिक मार्ग बना भारी वाहन सख्त रोक के बाद भी धड़ल्ले से सिस्टम के जरिए भारी प्रतिबंधित वाहन परिवहन करवा रहे हैं। पूर्व में बने वैकल्पिक मार्ग के दायरे में आने से कई युवकों की मौत हो चुकी है। विभागीय प्रतिबंध के बाद भी क्षतिग्रस्त सड़क एवं सेतु से भारी वाहनों के परिवहन बड़े हादसे के दावतों का आमंत्रण दे रहा है। खनन कारोबारियों द्वारा विशेष निजी कार्य के लिए निजी वैकल्पिक मार्ग के दायरे में आ रही निर्माणाधीन महावतपुर पीडब्ल्यूडी मार्ग को हाईवी पोकलैंड जेसीबी मशीन से खोदकर सरकारी मार्ग संपत्ति को खनन कारोबारी ने खोदकर धराशाई कर दिया। वहीं स्थानीय प्रशासन सेतु पर सुरक्षा व्यवस्था हेतु बड़े भारी वाहन प्रतिबंधित होने के बाद भी मुकदर्शक प्रतीत हो रहा है। वैकल्पिक मार्ग के दायरे में आ रहे महावतपुर मार्ग जिससे एक दर्जन से अधिक गांवों के हजारों स्कूली बच्चों राहगीरों को धड़ल्ले फर्राटा भर धूल उड़ा रहे भारी खनिज वाहनों के वैकल्पिक मार्ग को क्रॉस कर गुजरने में भारी आफत आ खड़ी हुई है। विभागीय जिम्मेदार एवं तहसील प्रशासन सूचना के बाद भी अनजान बना हुआ है। क्षेत्रवासियों ने समस्या की शिकायत जिलाधिकारी से कर क्षतिग्रस्त सेतु एव दुर्घटनायुक्त मार्ग भारी वाहनों के परिवहन पर रोक लगा कार्यवाही करने की मांग की है।