देश की सबसे बड़ी अदालत ने SEBI की जांच को क्लीनचिट देते हुए कहा कि जांच में दखल देने की कोई वजह मौजूद नहीं है.

अडानी-हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद शेयर बाज़ार में अडानी समूह को बड़ा फायदा देखने को मिला. फैसले के बाद अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में 10 प्रतिशत उछाल आया. इसी के साथ ग्रुप का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 15 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया.

शेयर बाज़ार में सबसे ज्यादा मुनाफा अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस को हुआ. इसके स्टॉक्स में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई. जबकि अडानी टोटल गैस और NDTV के स्टॉक्स में 8-9 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखी गई. अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी विल्मर, अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी पावर के शेयर 5-6% ऊपर चढ़े.

पिछले साल 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद से, अडानी के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखा गया है. पिछले साल एक समय पर, सभी 10 अडानी शेयरों का कम्बाइंड मार्केट कैपिटलाइज़ेशन आधे से भी कम हो गया था. लेकिन व्हाइट नाइट जीक्यूजी पार्टनर्स के निवेश सहित अडानी के लिए कई सकारात्मक खबरों के बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार हुआ.

अडानी पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट

तारीख 24 जनवरी 2023,'हिंडनबर्ग रिसर्च' ने अडानी ग्रुप के संबंध में 32 हजार शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट में दावा किया गया कि यह समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है. रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन साल में शेयरों की कीमतें बढ़ने से अडानी समूह के संस्थापक गौतम अडानी की संपत्ति एक अरब डॉलर बढ़कर 120 अरब डॉलर हो गई है. इस दौरान समूह की 7 कंपनियों के शेयर औसत 819 फीसदी बढ़े हैं. रिपोर्ट के निष्कर्ष में 88 प्रश्नों को शामिल किया.

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?

देश की सबसे बड़ी अदालत ने सेबी (SEBI)की जांच को क्लीनचिट देते हुए कहा कि सेबी की जांच में दखल देने की कोई वजह मौजूद नहीं है. सुप्रीम कोर्ट की 3 जजों की बेंच ने कहा कि 'SEBI जांच करने के लिए एक सक्षम एजेंसी है.' सेबी ने हिंडनबर्ग बनाम अडानी मामले पर 24 में से 22 मामलों पर अपनी जांच पूरी कर ली है. सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को बाकी बचे 2 मामलों की जांच के लिए 3 महीने का वक्त दिया है.

Updated On 3 Jan 2024 8:01 AM GMT
Azra News

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