विस्तारा एयरलाइंस में पायलट्स की कमी का असर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बीते कुछ दिनों से एयरलाइंस को अपनी कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा था। इस बीच, विस्तारा एयरलाइंस के सीईओ विनोद कन्नन ने मई तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद जताई हैं।

कुछ दिनों से पायलट्स की कमी का असर विस्तारा एयरलाइंस पर खासा दिखाई दे रहा है। बीते बुधवार को कंपनी के पदाधिकारियों और पायलट्स के बीच वर्चुअल बैठक हुई थी। गौरतलब है कि पिछले चार दिनों में विस्तारा एयरलाइंस द्वारा 100 से अधिक उड़ाने रद्द कर दी गई हैं। डीजीसीए ने उड़ाने के रद्द और देरी पर एक दैनिक रिपोर्ट देने के लिए कहा था। इस बीच, विस्तारा एयरलाइंस के सीईओ विनोद कन्नन ने उम्मीद जताई है कि मई महीनें तक परिचालन सामान्य हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पायलट्स के बढ़े रोस्टर के कारण उड़ान में बाधा आई।

मई तक स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी- कन्नन

एक साक्षात्कार में विस्तारा एयरलाइंस के सीईओ विनोद कन्नन ने कहा कि हम इस तरह के व्यवधानों के लिए यात्रियों से माफी मांगते हैं। आखिरी मिनट में उड़ान उद्द होने पर चिंता का कोई कारण नहीं है। विस्तारा स्थिति को सामान्य करने पर जोर दे रहा है और ये काफी तेजी से हो रहा है। विस्तारा के सीईओ विनोद कन्नन का कहना है कि पायलट्स द्वारा उठाई गई चिंताओं की समीक्षा और चर्चा की जा रही है।

इस सप्ताह के बाद उड़ानें रद्द नहीं होगी- विनोद कन्नन

शुक्रवार को मीडिया एजेंसी को दिए साक्षात्कार में विस्तारा एयरलाइंस के सीईओ विनोद कन्नन ने कहा कि आखिरी समय पर उड़ानें रद्द करने की आवश्यकता इस सप्ताह के बाद नहीं होगी, क्योंकि समस्या को धीरे-धीरे सुलझाया जा रहा है। पायलट्स के लिए बफर स्थिति स्थिर हो रही है। उन्होंने कहा कि जहां तक उड़ानों को लेकर सवाल है कि तो हम सामान्य स्थिति में आ गए हैं।

यात्रियों को हो रही दिक्कत के लिए हमें खेद- विनोद कन्नन

विनोद कन्नन ने कहा कि सोमवार से सिस्टम में जो भी उड़ानें हैं, वे संचालित होनी चाहिए। उन्होंने यात्रियों को आश्वस्त करना चाहा कि अंतिम समय में उड़ानें रद्द नहीं की जाएंगी। कन्नन ने कहा कि परिचालन में कमी के तहत एयरलाइन ने 20-25 दैनिक उड़ानों में कटौती की है। हम अब मई के शेड्यूल पर काम कर रहे हैं और हम इसे सामान्य प्रकार के परिचालन में लाने के लिए प्रयास करेंगे। सभी 6,500 कर्मचारियों की ओर से, जो कुछ हुआ उसके लिए हमें बहुत खेद है।

पायलट्स की इन बातों को लेकर है शिकायत

बीते गुरुवार को विस्तारा एयरलाइंस के पायलट्स ने थकान की शिकायत की थी और इसका सीधा असर सुरक्षा पर पड़ता है। पायलट्स का कहना है कि वह अधिकतम फ्लाइट ड्यूटी की सीमा तक पहुंच गए हैं और थकान की वजह से वे जल्दी जल्दी बीमार हो रहे हैं। विस्तारा एयरलाइंस के कई पायलट बीमार बताए जा रहे हैं। वहीं कई एयर इंडिया के साथ विस्तारा के विलय के बाद लाए जाने वाले सैलरी स्ट्रक्चर से खुश नहीं हैं और इसका विरोध कर रहे हैं। पायलट्स का कहना है कि हर कोई उड़ान से थक गया है। सभी नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन नियमों से उम्मीद कर रहे थे कि वे कुछ राहत देंगे, लेकिन फिलहाल ऐसा होता नहीं दिख रहा है। पायलट्स ने इस बात की भी शिकायत की है कि एयरलाइंस पायलट्स से ज्यादा सॉफ्टवेयर पर विश्वास कर रही है। पायलट्स थकान की शिकायत कर रहे हैं और कंपनी बोइंग अलर्टनेस मॉडल पर विश्वास कर रही है।

डीजीसीए की घटनाक्रम पर है नजर

डीजीसीए की भी इस पूरे मामले पर नजर है। यही वजह है कि डीजीसीए ने विस्तारा एयरलाइंस से बड़ी संख्या में फ्लाइट्स कैंसिल होने पर जवाब मांगा था। साथ ही डीजीसीए ने पायलट्स के विरोध को देखते हुए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन नियमों को लागू करने पर फिलहाल रोक लगा दी है और इन पर और चर्चा करने को कहा है। नए नियम 1 जून से लागू होने थे।

Updated On 6 April 2024 7:26 AM GMT
Azra News

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