पुलिस की सक्रियता से जेल जाने से बचे निर्दोष - हत्या के दर्ज मुकदमें की जांच-पड़ताल में स्वयं से गोली चलने की हुई पुष्टि - मृतक के घर से पुलिस ने बरामद किया था 12 बोर का तमंचा

पुलिस की सक्रियता से जेल जाने से बचे निर्दोष

- हत्या के दर्ज मुकदमें की जांच-पड़ताल में स्वयं से गोली चलने की हुई पुष्टि

- मृतक के घर से पुलिस ने बरामद किया था 12 बोर का तमंचा

फोटो परिचय- पत्रकारों से बातचीत करते एसपी व साथ में सीओ बिंदकी।

फतेहपुर। बकेवर थाना क्षेत्र के ग्राम कंसाही गांव में डेढ़ माह पूर्व युवक की गोली मारकर हत्या किए जाने के दर्ज मुकदमें की विवेचना कर रही पुलिस के सामने कई अहम सुराग हाथ लगे। विस्तृत जांच-पड़ताल के दौरान यह बात प्रकाश में आई कि युवक के स्वयं से गोली चलने के कारण मौत हुई थी। उसकी किसी ने हत्या नहीं की थी। परिजनों ने फर्जी हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। मृतक के घर से पुलिस ने छानबीन के दौरान तमंचा भी बरामद किया था। जिसका मुकदमा भी थाने में दर्ज है। पुलिस की सक्रियता के कारण दर्ज कराए गए मुकदमें में निर्दोष जेल जाने से बच गए।

पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसपी उदय शंकर सिंह ने बताया कि मृतक इंद्र कुमार उर्फ शीलू पुत्र राजकुमार निवासी ग्राम कंसाही थाना बकेवर के चाचा महेंद्र सविता पुत्र स्व. राम प्यारे सविता ने 05 मार्च 2024 को बकेवर थाने पर सूचना दिया कि उनके भतीजे की मकान की छत पर बने कमरे में अज्ञात व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी है। सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया और विवेचना शुरू करते हुए हत्यारों की तलाश करने लगी। इस दौरान पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की। प्रथम दृष्टया जब पुलिस शव को कब्जे में ले रही थी तो फारेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया था। जिसमें कई अहम सुराग टीम के हाथ लगे थे। किसी भी तरह से यह बात साफ नहीं हो रही थी कि किसी व्यक्ति ने युवक की गोली मारकर हत्या की है। पड़ोसियों से भी जब पुलिस टीम ने जानकारी चाही तो सभी ने यह बताया कि न तो गोली चलने की आवाज सुनाई दी और न ही चीखने-चिल्लाने की। इतना ही नहीं न तो कोई यहां से भागा है और न ही भागने की आवाज सुनाई दी है। जिससे पुलिस को शक हुआ और पूरे घर की जब गहनता से तलाशी ली गई तो पुलिस के हाथ 12 बोर का तमंचा भी लग गया। जिससे यह बात स्पष्ट हो गई कि मृतक अपने पास तमंचा रखता था। पुलिस ने बरामद तमंचे के आधार पर मुकदमा भी दर्ज किया। घटना के संबंध में पीएम करने वाले चिकित्साधिकारी ने बताया कि मृतक की मृत्यु का कारण शॉक, रक्तस्त्राव व फायर आर्म्स इंजरी है। मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एक मात्र एंटी मार्टम फायर आर्म्स इंजरी वाउंड का उल्लेख किया है जो अपर अब्डोमन में स्थित है। मृतक के गोली सटाकर लगने की बात बताई गई। मृतक गोली लगने के बाद 60 से 70 मिनट जिंदा रहा और बात भी की लेकिन उसने यह नहीं बताया कि गोली किसने मारी है। जिससे पुलिस को संदेह हुआ और छानबीन में स्थिति साफ हो गई। जिसमें प्रकाश में आया कि मृतक के स्वयं से गोली चलने के कारण उसकी मौत हुई है। एसपी ने कहा कि पुलिस की सक्रियता के चलते निर्दोष व्यक्ति जेल जाने से बच गए हैं। इस मामले में आगे पुलिस उचित कार्रवाई करेगी। वार्ता के दौरान बिंदकी सीओ सुशील दुबे भी मौजूद रहे।

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