विदेश मंत्रालय की साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि पीओके में हो रहे विरोध प्रदर्शन हमने रिपोर्ट देखी है। उसमें कुछ लोग हताहत हुए। वहां जिस प्रकार की नीतियां चल रही हैं, संसाधनों को जिस प्रकार से लूटा जा रहा है। यह विरोध उसका परिणाम है।
![MEA: चाबहार बंदरगाह से लेकर निज्जर हत्याकांड में चौथे भारतीय की गिरफ्तारी तक, जानें विदेश मंत्रालय ने क्या कहा MEA: चाबहार बंदरगाह से लेकर निज्जर हत्याकांड में चौथे भारतीय की गिरफ्तारी तक, जानें विदेश मंत्रालय ने क्या कहा](https://www.azranews.in/h-upload/2024/05/17/730204-9.webp)
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने चाबहार बंदरगाह से लेकर निज्जर हत्याकांड में हो रही भारतीयों की गिरफ्तारी और पीओके में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को लेकर प्रतिक्रिया दी है। साप्ताहिक ब्रीफिंग में ईरान के साथ चाबहार बंदरगाह समझौते पर अमेरिका की प्रतिबंध की धमकियों का जवाब देते हुए भारत ने कहा है कि इसे संकीर्ण नजरिये नहीं देखा जाए। इसका फायदा अफगानिस्तान सहित मध्य एशिया के जमीन से घिरे (लैंडलॉक्ड) देशों को होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, भारत इस बंदरगाह का संचालन 2018 से कर रहा है। इस बंदरगाह की वजह से ही भारत जरूरत के वक्त अफगानिस्तान को 85,000 टन गेहूं, 200 टन दाल और 40,000 लीटर कीटनाशक की मानवीय मदद भेज पाया। इसके अलावा कोविड माहामारी के दौर में वैक्सीन मैत्री के तहत जरूरतमंद देशों को भी इस बंदरगाह के जरिये मदद पहुंचाई गई।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान को निरंतर मानवीय आपूर्ति और आर्थिक विकल्प प्रदान करने के लिए चाबहार बंदरगाह का संचालन भारत के हाथ में होने के महत्व को समझा है। लिहाजा, इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर की बात को ही दोहराना पर्याप्त होगा कि इस मसले को संकीर्ण नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से ईरान के साथ समझौते को लेकर प्रतिबंध की धमकी को लेकर जयशंकर ने कहा था कि चाबहार बंदरगाह को विकसित करने के लिए भारत और ईरान के बीच समझौते को संकीर्ण दृष्टिकोण से नहीं लिया जाना चाहिए, क्योंकि इस परियोजना से पूरे क्षेत्र को लाभ होगा।
आगे उन्होंने पीओके में हो रहे विरोध प्रदर्शन पर भी प्रतिक्रिया दी। रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने रिपोर्ट देखी है कि पिछले कुछ दिनों में वहां विरोध प्रदर्शन हुआ और उसमें कुछ लोग हताहत हुए। वहां जिस प्रकार की नीतियां चल रही हैं, संसाधनों को जिस प्रकार से लूटा जा रहा है। यह विरोध उसका परिणाम है। जहां तक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की बात है, तो वह और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू, लद्दाख, कश्मीर भारत के अभिन्न अंग हैं और हमेशा रहेंगे।
वहीं आगे विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने निज्जर हत्याकांड में की जा रही भारतीयों की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमने चौथे व्यक्ति की गिरफ्तारी की रिपोर्ट देखी है। हमें अब तक औपचारिक रूप से इसकी जानकारी नहीं दी गई है।
इस दौरान उन्होंने ब्रिक्स की बैठक को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स एक महत्वपूर्ण मंच है। मैं समझता हूं कि रूसी राष्ट्रपति एक बहुत व्यापक, महत्वाकांक्षी कार्यक्रम तैयार कर रहे हैं। 250 से अधिक बैठकों की योजना बनाई गई है। हम ब्रिक्स बैठकों में भाग लेने और इसे मजबूत करने के लिए उत्सुक हैं। हम यह भी आशा करते हैं कि विस्तारित ब्रिक्स बहुध्रुवीयता के मुद्दे को आवाज देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा।
कनाडा में भारतीय छात्रों के निर्वासन पर उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई के लिए कनाडा गए हैं। यह आंकड़ा काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन हमने कई छात्रों को निर्वासन का सामना करते हुए नहीं देखा है, लेकिन जहां तक कनाडा में छात्रों का सवाल है तो हमें कोई बड़ी समस्या नहीं दिखती।
आगे बोलते हुए उन्होंने ताइवान के साथ भारत के संबंधों पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ताइवान के साथ हमारा सांस्कृतिक, आर्थिक, व्यापार, निवेश और वैज्ञानिक क्षेत्रों में आदान-प्रदान जारी है। हम इन आदान-प्रदानों को जारी रखेंगे।
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