नाथ संप्रदाय के निर्माणाधीन राधा-कृष्ण मंदिर पर ध्वस्तीकरण से ग्रामीणों में आक्रोश

स्वामी परमहंस आश्रम में गरजा बुल्डोऱ, कठघरे में एसडीएम

- नाथ संप्रदाय के निर्माणाधीन राधा-कृष्ण मंदिर पर ध्वस्तीकरण से ग्रामीणों में आक्रोश

फोटो परिचय- स्वामी परमहंस आश्रम में चलता बुल्डोजर।

मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज फतेहपुर। ललौली थाना क्षेत्र के उरौली गांव में 3/4 नवंबर की मध्यरात्रि स्वामी परमहंस आश्रम में अर्धनिर्मित मंदिर को ढहाने जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। करीब आधा सैकड़ा ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त शिकायती पत्र आज मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ व जिलाधिकारी को देते हुये ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी सदर प्रभाकर त्रिपाठी व ललौली थाना के प्रभारी निरीक्षक पर गंभीर आरोप लगाये हैं। इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश बढता जा रहा है। मध्यरात्रि को नाथ संप्रदाय के निर्माणाधीन राधा-कृष्ण मंदिर को तहस-नहस करना अपने आप में प्रश्न चिन्ह लगाता है।

सीएम को भेजे गये शिकायती पत्र में कहा गया कि गांव के कतिपय लोगों के इशारे पर उप जिलाधिकारी त्रिपाठी व प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह ने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिये 3/4 नवंबर की रात्रि करीब 12 बजे मौके पर खड़े होकर जेसीबी से अर्धनिर्मित मंदिर को यह कह कर ढ़हा दिया गया कि उक्त भूमि युवक मंगलदल की है। ठीक इसके विपरीत ग्रामीणों का कहना है कि युवक मंगलदल की दो बीघा भूमि मैदान के रूप में आज भी खाली पड़ी है। जनता के सार्वजनिक सहयोग से मंदिर का निर्माण उस स्थान पर कराया जा रहा था जहां पहले से ही दो मंदिर बने हुये है। इस आश्रम में कई दशक पहले से नवंबर के अंतिम सप्ताह से भागवत कथा और भण्डारा का आयोजन होता आ रहा है।

बातचीत के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि अगर निर्माणाधीन मंदिर गलत है तो परमहंस आश्रम में दशकों पहले बने दो मंदिर को क्यों बनने दिया गया था। प्रशासन को अगर मंदिर निर्माण गलत लग रहा था तो दिन में ग्रामीणों को बुला कर बातचीत करके भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता था, लेकिन एसडीएम और इंस्पेक्टर ने अपने निजी स्वार्थ पूर्ति करतेेे हुये मध्यरात्रि को मंदिर गिराया और वहां पडे कीमती पत्थर एवं अन्य निर्माण सामग्री को तहस-नहस कर दिया गया। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को भी शिकायती पत्र देतेेे हुये उक्त दोनो ही अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

इनसेट-

राजस्व विभाग ने कहा मंदिर सार्वजनिक

फतेहपुर। ललौली थाना के उरौली गांव में निर्माणाधीन मंदिर की गांव के ही शिव कुमार सिंह आदि ने पूर्व में करते हुए अवैध मंदिर के नाम अवैध कब्जा करने की शिकायत उपजिला अधिकारी से की थी। शिकायत की जांच तहसील के राजस्व कर्मियों को सौंपी गई। लेखपाल की आख्या 6 अक्टूबर 2023 पर गौर करें तो लेखपाल ने भी सार्वजनिक मंदिर निर्माण होने की बात करते हुये शिकायत को झठी करार दिया है। इस आख्या को नायब तहसीलदार व तहसीलदार ने प्रमाणित करते हुये उप जिलाधिकारी को सौंप दी थी। ऐसे में सवाल उठता है कि अपने अधीनस्थों से जांच कराने वाले एसडीएम सदर प्रभाकर त्रिपाठी की इस तरह कार्रवाई करना उनको कठघरें में खड़ा करती है।

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