ईरान में मौसम के हालात नहीं सुधर रहे हैं। इसलिए इस पूरे महीने पहाड़ों पर बर्फ तो मैदान में आग बरसती रहेगी। मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में पारा 42 डिग्री से ऊपर बने रहने का भी अनुमान जताया जा रहा है। अभी पहाड़ों पर और बर्फ गिर सकती है।

दिल्ली से बिल्कुल सटे यूपी के बुलंदशहर में तापमान 44 डिग्री को छू गया है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ में आग बरस रही है। वहीं हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और लद्दाख के कुछ इलाकों में पारा माइनस 15 डिग्री पर बना हुआ है। बीते दो दिन के भीतर इन इलाकों के तापमान में तेजी से बढ़ोतरी, तो कहीं बहुत तेजी से पारा नीचे खिसका है।

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, पहाड़ों पर तापमान अगले कुछ दिनों तक इसी तरह न सिर्फ माइनस में रहेगा, बल्कि सोमवार और मंगलवार को लगातार बर्फबारी होगी। मैदानी इलाकों में लगातार आग बरसती रहेगी। पहाड़ों और मैदानी इलाकों के बीच में तापमान का यह अंतर ईरान में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से बना हुआ है। वैज्ञानिकों के मुताबिक इस महीने के अंत तक मौसम के ऐसे ही बने रहने का अनुमान लगाया गया है। वहीं 26 अप्रैल से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता शुरू होने वाली है, जिसका असर आंधी बारिश और तूफान के तौर पर दिखेगा।



मौसम विभाग के मुताबिक मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी इलाकों के तापमान में जबरदस्त अंतर बरकरार है। विभाग के आंकड़ों में हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में सोमवार दिन में पारा यहां माइनस पंद्रह डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जबकि आसपास के इलाकों में लगातार बर्फबारी भी हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक भीतर 48 घंटे के भीतर तकरीबन दो फीट से ज्यादा की बर्फबारी हो चुकी है। जबकि बदले हुए मौसम के मुताबिक इसी तरह का हाल अगले दो दिन तक हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और लद्दाख के ऊपरी हिस्से में बना रहेगा। मौसम वैज्ञानिक आलोक यादव कहते हैं कि ईरान के हिस्से में बने साइक्लोनिक सरकुलेशन का ही यह असर है कि समूची हिमालयन बेल्ट में मौसम बदला है। विभाग का कहना है कि अगले दो दिनों तक इस इलाके में ऐसे ही हालात बने रहेंगे।


दरअसल पिछले हफ्ते से ईरान और अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में बने हवाओं के दबाव से जो परिस्थितियां बनी हैं, उसका असर देश के अलग-अलग हिस्सों में देखने को मिल रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अफगानिस्तान और ईरान के कुछ हिस्सों में एक बार फिर से पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता देखने को मिल रही है। यही कारण है कि कम दबाव की हवाओं और उसके बाद बनी साइक्लोनिक सर्कुलेशन जैसी परिस्थियों के चलते मौसम में ऐसे हालात बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक अगले दो दिनों तक तो पश्चिमी हिमालय रीजन में इसका असर दिखेगा। विभाग के अनुमान के मुताबिक जम्मू कश्मीर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी हिस्सों में सोमवार और मंगलवार से लेकर बुधवार शाम तक कई हिस्सों में भारी बर्फबारी होगी। इन ऊपरी पहाड़ी इलाकों में तापमान माइनस 15 डिग्री से ज्यादा बने रहने का अनुमान है।


मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक मैदानी इलाकों में भी लगातार तापमान बढ़ता रहेगा। इसमें उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली एनसीआर समेत समूचे देश में तापमान में फिलहाल कोई कमी नहीं होने वाली है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक सोमवार दोपहर से ही राजस्थान और मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने वाली है। इसके अलावा उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार समेत दक्षिण के कुछ राज्यों में भी लगातार तापमान बढ़ता रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक आलोक यादव कहते हैं कि जिस तरह से बीते कुछ दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में 45 से 46 डिग्री सेल्सियस का तापमान पहुंच रहा है, ठीक ऐसा ही मौसम इस महीने के अंत तक इन इलाकों में बने रहने का अनुमान है।

हालांकि, मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 26 अप्रैल से एक बार फिर से पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता हिमालय रीजन में असर दिखाने वाली है। इसके चलते न सिर्फ पहाड़ों पर मौसम बदलेगा, बल्कि मैदानी इलाकों में बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के हिस्से शामिल हैं। इसके अलावा मध्यप्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी हल्की बूंदाबांदी होने का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है।

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