जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज की वोटिंग आज हो रही है। जम्मू संभाग के रियासी राजौरी और पुंछ जिले के अलावा घाटी में श्रीनगर और बडगाम जिले की इन 26 सीटों के लिए 239 उम्मीदवार मैदान में हैं। उनकी किस्मत का फैसला 25 लाख 78 हजार मतदाता करेंगे। पहले फेज की 24 सीटों पर 61.38% मतदान को देखते हुए माना जा रहा है कि आज भी अच्छी वोटिंग होगी। सुरक्षा कर्मियों ने गांवों के अंदर और सभी संवेदनशील इलाकों में भी इस तरह से पोजिशन ली है कि पड़ोस के जिले से भी आकर किसी तरह की गड़बड़ी न की जा सके। पुंछ-हवेली सीट का इलाका एक तरफ एलओसी और दूसरी तरफ पीर पंजाल के तराई क्षेत्र के शोपियां, बडगाम और कुलगाम से भी लगता है। पुंछ-हवेली सीट के सभी 190 पोलिग स्टेशन के लिए कड़ी सुरक्षा लगाई गई है। पड़ोस के राजौरी जिले में सुबह बीजेपी नेता मंजूर अहमद नाइक पर हमले की खबर थी। उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया है। बीजेपी ने इस मामले में नैशनल कांफ्रेंस के लोगों पर आरोप लगाया है।
जम्मू-कश्मीर के दूसरे चरण में मतदान के लिए जा रहे सभी मतदाताओं से आतंकवाद मुक्त व विकसित जम्मू-कश्मीर के निर्माण हेतु अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने की अपील करता हूँ। एक ऐसी सरकार के लिए रिकॉर्ड मतदान करें, जो जम्मू-कश्मीर के युवाओं के स्वर्णिम भविष्य, वंचितों व महिलाओं के अधिकार व यहाँ के विकास के लिए कटिबद्ध होकर कार्य करे। आज लोकतंत्र को मजबूत करने और जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद, परिवारवाद व भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने के लिए वोट करें। अमितशाह, केंद्रीय गृह मंत्री
उमर अब्दुल्ला वोट डालकर निकले , बोले- बीजेपी ने किया जनता का अपमान.
उपाध्यक्ष, नेशनल कॉन्फ्रेंस के गंदेरबल और बडगाम विधानसभा सीट से उम्मीदवार उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम 10 साल से (चुनावों के लिए) इंतज़ार कर रहे हैं और पहला चरण अच्छा रहा है। हमें दूसरे चरण से भी अच्छे मतदान की उम्मीद है… यह भागीदारी भारत सरकार की वजह से नहीं है, बल्कि भारत सरकार द्वारा किए गए हर काम के बावजूद है। उन्होंने लोगों को अपमानित किया है और सरकार की सारी मशीनरी लोगों को हिरासत में रखने और परेशान करने में लगी है… हां, इसमें मेरी व्यक्तिगत हिस्सेदारी है लेकिन सभी चरण महत्वपूर्ण हैं…
प्रियंका गांधी का बयान जम्मू-कश्मीर चुनाव में वोटिंग को लेकर
जम्मू-कश्मीर की मेरी प्यारी बहनों और भाइयों वोट का अधिकार आपका सबसे अहम अधिकार है। पिछले 10 सालों से इस अधिकार को आपसे दूर कर दिया गया। आपके- बिजली, पानी, सड़क, रोजगार, कमाई, व्यापार, जमीन, जंगल- जैसे मुद्दों से जुड़ी आवाज उठाने पर पाबन्दी लगाई गई। आपके प्रतिनिधि चुनने के अधिकार को आपसे छीन