ज़िंदगी की जंग हार गया आरिस, लखनऊ में वेंटीलेटर पर तोड़ा दम

     ज़िंदगी की जंग हार गया आरिस, लखनऊ में वेंटीलेटर पर तोड़ा दम
– महर्षि विद्या मंदिर के छात्र पर बुधवार को तीन युवकों ने किया था हमला
फोटो परिचय- मृतक छात्र मो. आरिस की फाइल फोटो।
मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ फतेहपुर। महर्षि विद्या मंदिर का छात्र मो. आरिस आखिरकार ज़िंदगी की हार गया। बुधवार को स्कूल से निकलते ही स्कूटी सवार तीन हमलावरों के हमले में बुरी तरह घायल आरिस को इलाज के लिए पहले जिला चिकित्सालय ले जाया गया जहां हालात नाजुक देखते हुए कानपुर हैलेट व उसके बाद लखनऊ स्थित पीजीआई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान आरिस की सांसें थम गई।
आबूनगर मोहल्ला निवासी रुआब अहमद का पुत्र छात्र आरिस महर्षि बिद्या मंदिर में कक्षा बारह में पढ़ता था। रोज़ की भांति स्कूल से छुट्टी होते ही जैसे ही आरिस विद्यालय के गेट से बाहर निकला स्कूटी पर सवार होकर आए तीन हलमलावरो हर्षवर्धन पांडेय, दीपक सविता व भरत सरकार ने लाठी डंडे से एक-एक प्रहार शुरू कर दिया जैसे ही आरिस कुछ समझ पाता सर पर डंडे के तेज प्रहार से ज़मीन पर गिरकर बेहोश हो गया। सर पर खून सवार हमलावरों ने आरिस के ज़मीन पर गिर जाने के बाद भी हमला जारी रखा व मरणासन्न होने तक मारते रहे। जानकारों की माने तो घटना के काफी देर बाद इलाज के अभाव में घायल अवस्था में छात्र तड़पता रहा। किसी तरह छात्र को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया जहां गंभीर अवस्था देखकर चिकित्सको ने उसे हैलेट अस्पताल कानपुर के लिए रिफर कर दिया। हालत बिगड़ने पर कानपुर से उसे लखनऊ पीजीआई भेजा गया जहां वेन्टीलेटर पर इलाज के दौरान आरिस की मौत हो गयी। आरिस के साथ मारपीट की घटना विद्यालय के सीसीटीवी कैमरे में फुटेज निकालने के बाद हरकत में आई पुलिस ने तीनों हमलावरों हर्षवर्धन पांडेय, दीपक सविता व भरत सरकार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं आरिस की मौत के बाद जिले की सियासत भी गरमाने लगी है। समाजवादी पार्टी समेत अन्य राजनैतिक दलों ने छात्र को न्याय दिलाये जाने की मांग किया है। अंतिम संस्कार को लेकर मृतक के घर के बाहर बड़ी संख्या में लोग जमा रहे। वहीं घटना को संवेदनशील मानते हुए भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस के आला अधिकारी भी लगातार जानकारी लेते रहे।
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गार्ड दिखाते सक्रियता तो बच सकता था आरिस
विद्यालय के सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि छात्र आरिस जैसे जी घर जाने के लिये स्कूल गेट से बाहर निकला स्कूटी सवार तीन युवकों ने लाठी डंडे से उस पर हमला कर दिया। जिस जगह पर आरिस को हमलावर मार रहे थे चंद कदम पर ही स्कूल का सीसीटीवी कैमरा लगा है व स्कूल गेट पर ही सिक्योरिटी गार्ड मौजूद रहते हैं किसी ने भी सीसीटीवी की डिस्प्ले नही देखी। आरिस पर हमला कर रहे युवकों को विद्यालय के सिक्योरिटी गार्ड यदि हस्तक्षेप करते व हमलावरों को रोकने की कोशिश कर देते तो आरिस की जान बचाई जा सकती थी।
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इलाज के अभाव में घायल अवस्था में तड़पता रहा छात्र
विद्यालय के छात्र पर हमला होने के बाद स्कूल प्रशासन की संवेदनहीनता भी देखने को मिली। चश्मदीदों की माने तो हमलावरों के भाग जाने के बाद विद्यालय लगभग डेढ़ घंटे तक गेट के निकट ही घायल अवस्था आरिस काफी देर तड़पता रहा। स्कूल प्रशासन ने परिजनों को भी नही सूचित किया। काफी देर बाद घायल को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया।
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दो बहनों का इकलौता भाई था आरिस
आरिस दो बहनों का इकलौता भाई था। परिवार के इकलौते बेटे की अचानक मौत से परिवार सदमे में है। घर पर कोहराम मचा हुआ है। दोनों बहनों व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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सामाजिक संगठनों ने घटना की भर्त्सना
बारहवीं के छात्र आरिस के साथ हुई घटना पर जिले के राजनैतिक व सामाजिक संगठनों ने घटना की निंदा करते हुए दोषी हमलावरों को कड़ी सजा दिलाने एवं स्कूलों की खराब सुरक्षा व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिला व पुलिस प्रशासन से स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा किये जाने की मांग की है।
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बुलडोजर एक्शन की मांग
फेस बुक ट्वीटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप समेत अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर छात्र के साथ हुई घटना की निंदा की जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दोषियों के घरों पर बुलडोजर एक्शन की मांग की जा रही है।


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अंजान महिला ने की माहौल बिगाड़ने की कोशिश
फोटो परिचय-  माहौल बिगाड़ने वाली महिला को समझाने का प्रयास करती पुलिस।
घर के इकलौते चिराग को खोने के गम मे दुखी बैठे परिजनों के बीच पहुंची अंजान महिला पूजा लोधी ने हंगामा खड़ा खड़ा कर दिया। महिला ने चौकी इंचार्ज आबूनगर पर कुर्सी से हमला कर दिया। माहौल के संवेदनशीलता देखते हुए पहले ही पुलिस मुस्तैद थी। पुलिस पर हमला होते ही कर्मी हाथों में लाठी लेकर सक्रिय हो गये। कोई कुछ समझता तब तक माहौल बिगड़ने लगा। मौके पर मौजूद संभ्रांत लोगों ने बीच बचाव कर माहौल खराब होने से बचाया। दरअसल महिला का रिश्तेदारों से पूर्व में विवाद था जिसको लेकर पुलिस से भी नाराज़ थी। शोकाकुल परिजनों की भीड़ का फायदा उठाकर महिला ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। मौके पर मौजूद संभ्रांत लोगों ने किसी तरह मामले को संभाला व महिला का मामला अलग व कहीं और का बताते हुए लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। पुलिस ने दरोगा पर हमला व हंगामा कर माहौल बिगाड़ने वाली महिला पूजा लोधी को हिरासत में लेकर कोतवाली भेज दिया।

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