दंगल में बनारस की महिला पहलवान सखी विजयी
– राहुल थापा ने शैतान सिंह को हराकर जीता 61 हजार
फोटो परिचय- कुश्ती से पहले हाथ मिलाती महिला पहलवान।
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। एक दशक में मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा दंगल का भी आयोजन किया जाता है। जिसमें दंगल को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहते हैं। मेल अनेक प्रकार की दुकान भी लगती है। जहां आसपास के महिलाएं गृहस्थी का सामान की खरीदारी भी करतीं हैं।
थरियांवं थाना क्षेत्र के अन्तर्गत बेंती सादात गांव में विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी भव्य दंगल का आयोजन किया गया। जनपद सहित गैर जनपदों के तीस पहलवानों ने अपने-अपने दांवपेच लड़ते हुए प्रर्दशन किया। दंगल देखने के लिए जनपद सहित अन्य जनपदों के अलावा आसपास के दर्जनों गांव के लोग दंगल का आनंद लिया। दंगल में बनारस और दिल्ली की महिला पहलवानों में पूनम और सखी के बीच बहुत आर्कषण बनी रहीं। काफी देर के बाद सखी बनारस विजयी हुई। फाइनल कुश्ती राहुल थापा नेपाल ने जीती। रेफरी की मुख्य रूप से फतेहपुर के श्रीराम लमेहटा के रेफरी तौर पर पहलवानों की कुश्ती करवाते रहें। इसके अलावा दंगल में पहली कुश्ती महोबा के संतोष व नारायणपुर से भद्दा के बीच हुई जिसमें संतोष पहलवान विजेता बने। इसके बाद टेसाही से आए वीर और सरांय डडीरा के जय सिंह के बीच कुश्ती रोमांचक रही। दोनों कुश्ती बराबर पर छूटीं। नागालैंड से आए धमाका पहलवान व दिल्ली के सोनू पहलवान के बीच कुश्ती हुई। जिसमें धमाका पहलवान विजई रहे। इ
सके बाद कयासपुर से शिवशरण व नबीपुर से धाकड़ के मध्य कुश्ती हुई। जिसमें धाकड़ विजेता बने। सबसे ज्यादा कुश्ती जीतने वाले मौसम अली रहे। महाराष्ट्र से आए योगेश व दिल्ली से आए सोनू के मध्य कुश्ती हुई। दोनों कुश्ती बराबर पर छूटी। जिसमें मौसम अली ने दांव मारा। सबसे रोमांचक कुश्ती जिसके लिए दर्शनों का इंतजार था वह राहुल थापा नेपाल वह राजस्थान से शैतान सिंह के मध्य हुई। जिसमें राहुल थापा विजय बने। दंगल कमेटी ने उनको 61000 का पुरस्कार दिया। दंगल के अध्यक्ष सिराजुद्दीन प्रबंधक रामबली व कोषाध्यक्ष राम रहे। इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रधान संघ नदीम उद्दीन पप्पू, ग्राम प्रधान महमदपुर नेवादा रज्जू यादव, एकारी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कमल साहू, ग्राम प्रधान बेती सादात सुरेंद्र कुमार, हसवा पुलिस चौकी इंचार्ज सुमित देव पाडेय बल भी मौजूद रहा। दंगल का संचालन राम भवन मिश्रा ने किया।