पीड़ित बनकर मीडिया और अधिकारियों को भ्रमित कर,,, अपराधी स्वयं मांग रहे न्याय
👉 तस्वीर पर यदि नज़र डाली जाए तो जो पीड़ित बनकर न्याय मांग रहे,, स्वयं कुल्हाड़ी और फड़वा लेकर मकान गिराते नज़र आ रहे
👉 संबंधित प्रकरण में जांच कर प्रशासन ने कराया था एफआईआर दर्ज
👉 पुलिस द्वारा मामला निस्तारण के बाद भी झगड़े पर आमादा हो गया था विवादित परिवार जिस पर कार्यवाही को लेकर महिला व पुरुष पर दर्ज है मुकदमा
👉 स्थानीय प्रधान, लेखपाल व पुलिस की संबंधित लिखित जांच रिपोर्ट को न मानते हुए मीडिया और अधिकारी लगातार को दे रहे भ्रमित बयान
👉 पीड़ित मनोज कुमार निवासी उदई सराय के द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र पर हल्का इंचार्ज कारवाई करते हुए,,, सर्वेश, तारा देवी , चंदन देवी व केतकी देवी निवासी उदई सराय के खिलाफ थाना थरियांव में दर्ज की गई एफआईआर

एम ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ फतेहपुर – मामला फतेहपुर थाना थरियांव अंतर्गत ग्राम उदई सराय का है जहां मनोज कुमार पुत्र सहदेव ने उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया था कि उसका पैतृक मकान ग्राम उदई सराय में है। प्रार्थी मनोज कुमार उसमें पिछले चालीस वर्षों से रह रहा है प्रार्थी के घर के पीछे बनी कोठरी जो जर्जर स्थिति में है जिसका दोबारा निर्माण कराना चाहा तो पड़ोस के कमलेश , कैलाश, सर्वेश, जवाहर व परिवार की महिलाएं अचानक से आकर झगड़े व मारपीट आमादा हो गए।
जिसको लेकर पीड़ित मनोज कुमार ने संबंधित अधिकारियों व प्रधान को जानकारी देकर न्याय मांगा
वही प्रथम दृष्टिया क्षेत्रीय प्रधान द्वारा लिखित जांच रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण रास्ते का हवाला देते हुए उपरोक्त पर कार्य में बाधा डालने की लिखित रिपोर्ट सामने आई फिर भी उपरोक्त मनोज व उसके परिवार को डराने वो धमकाने की बात करते रहे।
उपजिलाधिकारी ने संज्ञान में लेते हुए

लेखपाल द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार निर्माण कार्य में उपरोक्त द्वारा बाधित की बात की गई जिसमें – सहदेव पुत्र स्व० पच्चू निवासी ग्राम सरांय उदई परगना हसवा तह० व जिला फतेहपुर के निवासी है इनकी जाती धोबी है। इनके घर के सामने की जमीन पर बनी जर्जर कोठरी बनी थी जिस पर सहदेव पुत्र स्वः पच्चू का लगभग 40 वर्ष से कब्जा था। जिस पर एक पक्की कोठरी का निर्माण था चूंकि कोठरी जर्जर हो चुकी है इसलिये सहदेव उसका पुनर्निमाण करवाना चाहता है परन्तु मेवालाल निवासी ग्राम सरांय उदई परगना हसवा जिला फतेहपुर जाति धोबी के द्वारा ये कहकर निर्माण कार्य रोका जा रहा कि मुझे यहाँ से रास्ता चाहिये परन्तु रास्ता जर्जर कोठरी के बगल से जा रहा है। मेवालाल व उसके परिवार के सदस्यों द्वारा निर्माण कार्य में उपरोक्त परिवार द्वारा बाधा डाली की जा रही है।

लेखपाल की रिपोर्ट उपरोक्त न मानते हुए विवाद बनाए रखा
वही उपरोक्त परिवार द्वारा लगातार विवाद करते रहें पर जब थाने से हल्का इंचार्ज ने जांच की तो संबंधित पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की गई।
अब सवाल ये है कि इतनी कारवाई के बाद भी उपरोक्त मानने को तैयार नहीं है और खुद ही पीड़ित बनकर मीडिया व अधिकारियों को भ्रमित कर कार्यवाही की मांग लगातार कर रहे जबकि तस्वीर यदि देखी जाए तो जो महिलाएं व पुरुष पीड़ित बनकर सामने आ रही वही फाडवा कुल्हाड़ी लेकर पीड़ित का मकान दबंगई से गिराते नज़र आ रही
देखना ये है कि उपरोक्त द्वारा जबरन डाले जा रहे विवाद को प्रशासन किस तरह निपटा कर पीड़ित मनोज व उसके परिवार को न्याय, सुरक्षा व उसके पुश्तैनी मकान में कब्जा दिलाता है।

