इमामबाड़े के बाहर आया चांदू मियां का सुप्रसिद्ध ताजिया, अकीदतमंदों की उमड़ी भीड़
इमामबाड़े के बाहर आया चांदू मियां का सुप्रसिद्ध ताजिया, अकीदतमंदों की उमड़ी भीड़
इमामबाड़े के बाहर आया चांदू मियां का सुप्रसिद्ध ताजिया
– दीदार व मन्नत चढ़ाने व मानने वाले अकीदतमंदों की उमड़ी भीड़ – रात में उठे आधा दर्जन ताजिये, चौक चौराहे पर मिलाप आज
फोटो परिचय- फाटक के अंदर रखा चांदू मियां का ताजिया। मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ फतेहपुर। शहीदान-ए-कर्बला की याद में मोहर्रम की आठवीं तारीख पर शुक्रवार की शाम जिले का सुप्रसिद्ध एवं सर्वाधिक अकीदतमंदों की श्रद्धा वाला चांदू मियां का ताजिया फाटक से जैसे ही इमामबाड़े से बाहर तख्त पर आया, अकीदतमंदों की भारी भीड़ दीदार के लिए उमड़ पड़ी। अकीदतमंदों ने ताजिया पर फूलों की बारिश एवं चादरें चढ़ाकर पिछली पूरी हुई मन्नत पर जहां चढ़ावा चढ़ाया वहीं नई मन्नतों के लिए धागे की गांठ बांधी तत्पश्चात ढपाली का ताजिया आते ही पुनः यह ताजिया इमामबाड़े में रख दिया गया। उधर रात को आधा दर्जन ताजियों का जुलूस भी अलम व अखाड़ों के साथ निकाला गया। इन सभी ताजियों का मिलाप कल (आज) चौक चौराहे पर प्रातः दस बजे होगा।
प्रत्येक वर्ष की भांति मोहर्रम की आठ तारीख की सुबह सुप्रसिद्ध चांदू मियां के इमामबाड़े के फाटक लोगों की जियारत के लिए खोल दिये गये थे। फाटक खुलते ही देर शाम तक लोग चढ़ावा चढ़ाते रहे तत्पश्चात शाम सात बजे के लगभग इमामबाड़े से ताजिये को नजदीक में ही तख्त पर लाया गया। तख्त पर ताजिया रखते ही बड़ी संख्या में हुसैन को मानने वालों की भीड़ उमड़ना शुरू हो गयी। जो फाटक के अन्दर जाने के बाद ही छठती दिखी। लोगों का मानना है कि चांदू मियां के ताजिये में मांगी जाने वाली मुरादे जरूर पूरी होती हैं। इस ताजिये पर समाज के सभी वर्गों की अटूट आस्था है। मुस्लिम समुदाय से कहीं अधिक हिन्दू समाज के लोग इस ताजिये पर चढ़ावा चढ़ाकर आपसी भाईचारे की मिसाल पेश करते हैं। देर रात ढपाली की दुलदुल आते ही चांदू मियां का ताजिये को पुनः इमामबाड़े में रख दिया गया। व्यवस्थाओं में समाज के चौधरी गुडडू राईन, चौधरी शकील राईन, जमील राईन, अबरार राईन, अल्लू राईन, सलमान राईन, अरबाज राईन, सुहैल राईन, हसन राईन, रिशाद राईन, गुफरान राईन, नसीम राईन, चांद राईन, रफ़ी राईन, आसिफ राईन, आसिफ, एलबिन राईन समेत तमाम लोग मौजूद रहे। उधर रात को ही जैदून मुहल्ले के इमामबाड़े से धोबी का ताजिया निकाला गया जो अपने कदीमी लगभग तीन सौ मीटर इमामबाड़े तक पहुंचने के बाद पुनः फाटक में पहुंचा दिया गया। रात को शहर के आधा दर्जन ताजियों का जुलूस अलम व अखाड़ों के साथ निकाला गया। जिसमें अलम व अखाड़ों के आगे कर्बला की जंग का लोगों ने करतब दिखाकर प्रदर्शन भी किया। मसवानी मुहल्ले से अब्दुल्ला, अजीज व रईस, जोशियाना मुहल्ले से हसनू, मो0 अकील का भी ताजिया उठाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने दीदार करके शहीदान-ए-कर्बला को खेराज-ए-अकीदत पेश करते हुए ताजियों पर चढ़ावा भी चढ़ाया। रात को उठाये गये सभी ताजियों का मिलाप कल (आज) प्रातः दस बजे चौक चौराहे पर किया जाएगा। मिलाप के वक्त हजारों की भीड़ उमड़ती है। जुलूसों को लेकर पुलिस बल चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहा।