गंगा घाटों की कराएं नियमित साफ-सफाई: सीडीओ

 गंगा घाटों की कराएं नियमित साफ-सफाई: सीडीओ
– ग्राम पंचायतों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान में लाए तेजी
– सिंगल यूज प्लास्टिक की जब्तीकरण की कार्यवाही संवेदनशीलता के साथ नियमित करें
फोटो परिचय-  जिला गंगा व जिला पर्यावरण समिति की बैठक में भाग लेते सीडीओ।
एम ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ फतेहपुर। जिला गंगा समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने कहा कि नियमित घाटों की साफ सफाई कराई जाये। साथ ही कूड़े का उठान नियमित कराया जाये। नदियों का जल स्तर घटने के पश्चात सीढ़ियों में जो सिल्ट जमा हो गई है कि साफ-सफाई कराते हुए फोटोग्राफ्स सहित रिपोर्ट से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि घाटों में प्रकाश का उचित प्रबंधन कराने के लिए प्रकाश व्यवस्था के लिए आवश्यकतानुसार स्टीमेट बनाकर रिपोर्ट से अवगत कराएं। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने विकास खंड क्षेत्रांतर्गत जो नाले नदियों में प्रवाहित होते है कि सूची से अवगत कराए। शासन की मंशानुरूप प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्रीन चौपाल का आयोजन किया जाय। ग्रीन चौपाल एक जनसहभागिता आधारित अभियान है, जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, गंगा नदी की स्वच्छता एवं जैविक खेती को बढ़ावा देना है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने और स्थानीय लोगों को पर्यावरण गतिविधियों से जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम है।


जिला पर्यावरण समिति की बैठक में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जैव चिकित्सा अपशिष्ट, ई-वेस्ट प्रबंधन, सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम आदि बिंदुओं पर विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक की जब्तीकरण की कार्यवाही संवेदनशीलता के साथ नियमित करने के निर्देश संबंधितो को दिये। व्यापारियों/दुकानदारो को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए जागरूक करे साथ ही कपड़े व जूट के थैले का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करें। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन अलग अलग (सूखा व गीला) संवेदनशीता के साथ करते हुए इसका निस्तारण नियमानुसार कराये साथ ही रिपोर्ट से अवगत कराए। उन्होंने कहा कि ई-वेस्ट की श्रेणी के कूड़े के बारे में नागरिकों को जागरूक करे साथ ही एकत्रीकरण की व्यवस्था भी की जाये। जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण सही तरीके से करायें। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि घर-घर कूड़ा उठान प्रक्रिया में तेजी लाए और सभी घरों से कूड़ा उठान कराने का प्रयास कराया जाय, साथ ही कूड़े के निस्तारण से जो आमदनी होती है उसका उसी ग्राम पंचायत के खाते में जमा कराए, इस आशय का प्रमाण पत्र भी दे। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में पंजीकृत अस्पताल, पैथोलॉजी व अन्य संस्थान जिनसे मेडिकल वेस्ट निकलता है कि सूची उपलब्ध कराने को कहा एवं जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण करने वाले वाहनों की रैंडम जांच करे। उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी को निर्देशित किया कि आगामी वर्षाकाल के लिए जनपद में पौधरोपण के लिए जिस प्रजाति के पौधे उपलब्ध हो सकते हैं उसकी सूची जिला स्तरीय अधिकारियों को साझा करते हुए उनसे प्रजातिवार पौधों की डिमांड प्राप्त कर लें। उन्होंने पिछली बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की। पर्यावरण एवं गंगा समिति से संबंधित बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की और संबंधितों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी न्यायिक सुनील कुमार, जिला विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डीएफओ डीसी मनरेगा, नामित सदस्य/संयोजक नमामि गंगे शैलेन्द्र शरन सिंपल, जिला परियोजना अधिकारी गंगा सुरक्षा समिति ज्ञान तिवारी, जूनियर रिसर्च फेलो दीप शिखा गुप्ता, खंड विकास अधिकारी, ईओ सहित सम्बंधित उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *