बिंदकी कोतवाल पर घोटालेबाजों से सांठगांठ का आरोप
– सीएम से मिलने जा रहे किसानों को कोतवाल ने धमकाते हुए बस चालक को भगाया
– एसपी को पीड़ा बताने मुख्यालय आए किसानों की नहीं हो सकी मुलाकात
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। बिंदकी कस्बे में संचालित गरिमा ट्रेडर्स ने धान खरीद कर सैकड़ों किसानों का करोड़ो रूपया हड़प लिया। कस्बे के रहने वाले बिचैलिया सपा नेता व जमीन मालिक के कहने पर गरिमा ट्रेडर्स में अपना धान तौलवाया था। लाखों कुंतल धान खरीदने के बाद उसे मिलो में भिजवा किसानों का 10 करोड़ रुपए लेकर फर्म फरार हो गई। किसानों ने फर्म संचालक रमेश पटेल उर्फ छोटे, बिचैलिया, जमीन मालिक के अलावा मुनीम रवि त्रिपाठी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। किसानों को लगा कि उनका 10 करोड़ रूपया पुलिस आरोपितों को पकड़ दिलवा देगी। इस बड़े घोटाले में अब पुलिस का नया खेल सामने आया। किसानों को कोतवाल यह आश्वासन देते रहे कि आरोपितों को पकड़ उनका पैसा दिलवाएंगे। इधर गिरफ्त में आए सपा नेता व जमीन मालिक को ऐसा मंत्र दिया कि दोनों रातो रात बिंदकी से गायब हो गए। अब सवाल यह उठता है कि किसानों का 10 करोड़ रूपया डकारने वाले यदि गिरफ्त में आ गए थे तो दर्ज मुकदमे के बाद उन्हें क्यों छोड़ा गया। इस पर न तो कोई जनप्रतिनिधि पुलिस से सवाल कर रहा है और न ही स्थानीय नेता एवं किसान यूनियन। पुलिस मामले में इतना बड़ा खेल कर गई और कोई कुछ बोलने एवं कहने को तैयार नहीं है? पीड़ित किसानों ने एक प्राइवेट बस कर अपनी आवाज उठाने एवं पीड़ा सुनाने मुख्यमंत्री के पास लखनऊ जाने की ठानी। इसकी भनक जैसे ही कोतवाल को लगी तो हमराही सिपाहियों के साथ मंडी पहुंचे और किसानों को बस से उतार लिया और कहा कि लखनऊ जाने से पैसा नहीं मिल जाएगा। इतना ही नहीं बस चालक को गाली देकर भगा दिया। कोतवाल की धमकी से बस चालक मंडी से भाग निकला। कई दिन बीत जाने के बाद जब किसानों को कोतवाल से कोई जवाब न मिला तो वह पुलिस अधीक्षक को अपनी पीड़ा सुनाने मुख्यालय आए लेकिन दुर्भाग्यवश उनकी एसपी से मुलाकात नहीं हो पाई। किसानों का आरोप है कि संचालक रमेश पटेल ने पुलिस के पास डेढ़ करोड़ रुपए जमा कर दिए हैं। वह ही अगर मिल जाए तो कुछ राहत मिले लेकिन पुलिस इस बारे में सांस नहीं ले रही है।