सपाईयों ने भगवान बुद्ध की जयंती मना किया याद
– गोष्ठी में उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर डाला प्रकाश
फोटो परिचय- भगवान बुद्ध के चित्र पर पुष्प अर्पित करते सपाई।
मो ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। समाजवादी पार्टी के कार्यालय में भगवान बुद्ध की जयंती मनाई गई। सपाईयों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की।
गोष्ठी की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह यादव ने की। उन्होने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान बुद्ध का जन्म लुंबिनी में 563 ईसा पूर्व अनार्य शाक्य कुल के राजा शुद्धोधन के घर में हुआ था। उनकी मां का नाम महामाया था जो कोलीय वंश से थीं। भगवान बुद्ध के जन्म के सात दिन बाद माता का निधन हुआ। उनका पालन महारानी की छोटी सगी बहन महाप्रजापती गौतमी ने किया। 29 वर्ष की आयुु में सिद्धार्थ विवाहोपरांत एक मात्र प्रथम नवजात शिशु राहुल और धर्मपत्नी यशोधरा को त्यागकर संसार को जरा, मरण, दुखों से मुक्ति दिलाने के मार्ग एवं सत्य दिव्य ज्ञान की खोज में रात्रि में राजपाठ का मोह त्यागकर वन की ओर चले गए। वर्षों की कठोर साधना के पश्चात बोध गया (बिहार) में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और वे सिद्धार्थ गौतम से भगवान बुद्ध बन गए। उनके द्वारा किए गए त्याग व बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। गोष्ठी का संचालन जिला महासचिव चौधरी मंजर यार ने किया। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र यादव, पूर्व अध्यक्ष विपिन यादव, रामतीरथ परमहंस, नंदकिशोर पाल, मनोज यादव, रामबाबू यादव, हीरालाल साहू, रत्नेश रत्ना, अनिल यादव, डा अमित पाल, बौद्ध फूल सिंह मौर्या, नरेश कोरी, संदीप सैनी, सुहैल खान, रिशु तिवारी, शिव शंकर यादव, दानिश खान, जय चौधरी, अंकित सोनकर, रमेश सैनी, रवि गुप्ता, सर्वेश आदि रहे।
गोष्ठी में उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर डाला प्रकाश,भ. बुद्ध की जयंती मना किया याद
