STF और बदमाशों के बीच आधी रात मुठभेड़, गोलीबारी में कग्गा गैंग के 4 अपराधी ढेर

उत्तर प्रदेश के शामली से बड़ी खबर है। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और बदमाशों के बीच सोमवार (20 जनवरी) की रात 2 बजे मुठभेड़ हुई। दोनों तरफ से 30 राउंड फायरिंग हुई। 40 मिनट तक चली गोलीबारी में STF के इंस्पेक्टर सुनील के पेट में दो गोलियां लगीं। इसके बाद STF ने 1 लाख के इनामी अरशद समेत 4 बदमाशों का एनकाउंटर कर दिया। चारों बदमाशों और इंस्पेक्टर को करनाल के अमृतधारा अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने चारों बदमाशों को मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर को गंभीर हालत में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया। मुठभेड़ हरियाणा बॉर्डर पर स्थित थाना झिंझाना क्षेत्र में हुई है।
STF को देखते ही बदमाशों ने की अंधाधुंध फायरिंग
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश STF को सोमवार की रात मुखबिर से सूचना मिली कि मुस्तफा कग्गा गैंग के बदमाशों झिनझिना थाना इलाके में हैं। इसके बाद 12 पुलिसकर्मियों की टीम ने बदमाशों की कार का पीछा किया। टीम ने बदमाशों की कार को ओवरटेक कर घेर लिया। बदमाश STF को देखते ही अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। इसके बाद टीम ने फायरिंग की। 3 बदमाश कार में ही मारे गए, जबकि 1 को कुछ दूरी पर मार गिराया।
इंस्पेक्टर सुनील को लगी गोली
मुठभेड़ में STF टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर सुनील के पेट में दो गोलियां लगीं। इंस्पेक्टर की गंभीर हालत को देखते हुए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया। इंस्पेक्टर सुनील आर्म्ड फोर्स से हैं। वे पहले PAC में कंपनी कमांडर थे। इसके बाद STF में आए।
घायल इंस्पेक्टर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर
शामली में अपराधियों के साथ मुठभेड़ में घायल हुए यूपी एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील को करनाल के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। शुरुआती इलाज के बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया गया। करनाल सिविल लाइन पुलिस स्टेशन के प्रभारी भगवान ने बताया कि हमें सूचना मिली है कि एसटीएफ, यूपी पुलिस, इंस्पेक्टर सुनील गोली लगने से घायल हो गए हैं। प्रारंभिक उपचार के बाद, उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में रेफर कर दिया गया। घायल इंस्पेक्टर को मेदांता अस्पताल पहुंचाने के लिए हमारी ओर से पायलट वाहन की व्यवस्था की गई थी। डीएसपी भी एम्बुलेंस के साथ मौजूद थे। पूरी जानकारी अभी नहीं मिली है, लेकिन घटना शामली के पास हुई।
इन बदमाशों का हुआ अंत
पुलिस के मुताबिक, एनकाउंटर में सहारनपुर निवासी अरशद, हरियाणा सोनीपत निवासी मंजीत और करनाल निवासी सतीश सहित एक अन्य बदमाश ढेर हुआ है। अरशद के खिलाफ लूट, डकैती हत्या के 17 मुकदमे दर्ज हैं। सबसे पहला मुकदमा 2011 में डकैती का दर्ज हुआ। इसके बाद सहारनपुर के रामपुर मनिहारन थाना क्षेत्र में उसने हत्या को अंजाम दिया। बेहट में जनसेवा केंद्र पर डकैती के मामले में अरशद पर 1 लाख का इनाम घोषित हुआ था।

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