मुफ्त अनाज लेने कोटे पहुंच रहे ज्यादातर उपभोक्ता लौट रहे खाली हाथ
मुफ्त अनाज लेने कोटे पहुंच रहे ज्यादातर उपभोक्ता लौट रहे खाली हाथ
जब तक नंबर आता, सर्वर गुल हो जाता
– मुफ्त अनाज लेने कोटे पहुंच रहे ज्यादातर उपभोक्ता लौट रहे खाली हाथ
फोटो परिचय-राशन लेने के लिए कोटे में लगी उपभोक्ताओं की लाइन।
मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ फतेहपुर। प्रधानमंत्री गरीब अन्न योजना के तहत वितरित होने वाले अनाज का लाभ उठाने से पहले उपभोक्ता को कोटे के कई कई चक्कर काटने पड़ रहे है। सुबह सवेरे लाइन पर लगने वाले ज्यादातर उपभोक्ताओं को सर्वर की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा समस्या का सामना महिलाओं को करना पड़ रहा है जो गृहस्थी का काम धाम छोड़कर सरकारी राशन के लिए जूझते देखा जा रहा है।
कोरोना कल से सरकार इस योजना को चल रही है। पात्र गृहस्थी के कार्ड पर प्रति यूनिट पर पांच किलो अनाज की व्यवस्था की गई है जिसमें तीन किलो चावल और दो किलो गेहूं फिलहाल मुहैया कराया जा रहा है। इस व्यवस्था का लाभ उठाने के लिए जिस तरह से उपभोक्ताओं को समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है। वह इस सुविधा पर अपरोक्ष रूप से ही सही सवाल भी खड़े कर रहा है। सरकारी अनाज लेने कोटे पहुंचने वाले उपभोक्ताओं को सारा दिन कोटेदार सर्वर की समस्या बताते सुने जा सकते हैं। इस समस्या से पार पाने के लिए तमाम राशन की दुकानों में सुबह पांच से ही लंबी-लंबी लाइन लग जाती हैं। जबकि सर्वर की प्रॉब्लम सुबह आठ बजते ही सर उठाने लगती है। जिससे ज्यादातर उपभोक्ताओं को मायूसी हाथ लगती है। उनका सारा दिन इंटरनेट की राह देखने में निकल जा रहा है। सबसे ज्यादा तकलीफ महिलाओं को होती है जो घर का काम छोड़कर अनाज के लिए कोटा में कई कई घंटा इंतजार करना पड़ता है। शहर के आबूनगर के कोटेदार को अक्सर अक्सर, उपभोक्ताओं को यही समस्या बताते सुना जाता है। तमाम उपभोक्ताओं की शिकायत है कि जानबूझकर इस समस्या को खड़ा किया जा रहा है। उपभोक्ता राजू ने बताया कि वह दो दिन से लौट रहा है। कोई सटीक जवाब नहीं दिया जा रहा है। कब तक अनाज बंटेगा, स्पष्ट जवाब भी नहीं दिया जा रहा है।