मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की शुरुआती जांच से पता चला है कि बांग्लादेशी उपद्रवियों ने इसमें अहम भूमिका निभाई है। सूत्रों के मुताबिक, स्थानीय तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेताओं ने शुरू में इन्हें समर्थन दिया, लेकिन बाद में स्थिति उनके हाथ से निकल गई। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने चिंता जताते हुए सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त अर्धसैनिक बल तैनात कर दिए हैं।
हिंसा में तीन की मौत
वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में हुई इस हिंसा में एक पिता-पुत्र सहित तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए। कई हिंदू परिवारों ने अपने घर छोड़ दिए हैं और मालदा जैसे पड़ोसी जिलों में शरण ली है, जिससे सीमा पर नए सिरे से घुसपैठ और सांप्रदायिक तनाव की आशंका बढ़ गई है।
केंद्र ने राज्य सरकार से पूछा सवाल
केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार से कानून-व्यवस्था को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि अगर केंद्रीय बल पहले तैनात किए गए होते, तो हिंसा रोकी जा सकती थी।
ममता बनर्जी ने कहा- ‘बंगाल में वक्फ एक्ट लागू नहीं होगा’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि वक्फ संशोधन अधिनियम राज्य में लागू नहीं होगा। वहीं, भाजपा ने TMC पर कानून-व्यवस्था विफलता का आरोप लगाया है। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा रोकने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग करते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
इंटरनेट बंद, 150 से ज्यादा गिरफ्तार
प्रशासन ने अफवाहों और गलत सूचनाओं को रोकने के लिए मुर्शिदाबाद के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। पुलिस ने अब तक 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। हालात पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल मौजूद हैं, जबकि प्रदर्शनों के पीछे की शिकायतों को दूर करने के लिए राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर प्रयास जारी हैं।