उत्तर प्रदेश में यात्री और माल परिवहन को तेज करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के नए हाईवे प्रोजेक्ट शुरू करेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन प्रोजेक्ट्स से कानपुर, बरेली, बाराबंकी, बहराइच, आगरा, अलीगढ़ और गोरखपुर समेत कई जिलों को फायदा होगा। ये प्रोजेक्ट्स चल रहे हाईवे और एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स के अलावा हैं।
प्रोजेक्ट्स की योजना और स्थिति
अधिकारी के मुताबिक, कुछ प्रोजेक्ट्स का डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार हो चुका है, जबकि अन्य के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया चल रही है। इन प्रोजेक्ट्स की कुल लागत लगभग 15,500 करोड़ रुपये होगी।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे
लखनऊ और कानपुर को जोड़ने वाला लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे जुलाई 2025 तक तैयार हो जाएगा। यह औद्योगिक शहर कानपुर और राज्य की राजधानी लखनऊ के बीच ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेगा।
वहीं, 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे को मार्च-अप्रैल 2025 तक शुरू किया जा सकता है। 36,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले इस मेगा प्रोजेक्ट का निर्माण यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) कर रही है। गंगा एक्सप्रेसवे पर एक एयरस्ट्रिप भी बनाई गई है, जो भारतीय वायुसेना (IAF) के विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग और टेकऑफ के लिए उपयोगी होगी। इससे पहले ऐसी सुविधाएं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर उपलब्ध हैं।
यूपी में एक्सप्रेसवे नेटवर्क
गंगा एक्सप्रेसवे और 91 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद यूपी में 9 एक्सेस-कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे हो जाएंगे। राज्य में एक्सप्रेसवे का कुल नेटवर्क 1,900 किलोमीटर से अधिक हो जाएगा। यूपी वर्तमान में देश के कुल एक्सप्रेसवे नेटवर्क का लगभग 47 प्रतिशत हिस्सा अपने पास रखता है। पहले से चालू एक्सप्रेसवे में यमुना एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे शामिल हैं।
यूपी में 15,000 करोड़ रुपये के नए हाईवे प्रोजेक्ट होंगे शुरू, सड़क नेटवर्क होगा और मजबूत
