चंडीगढ़ – पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और कदम उठाया है। प्रदेश सरकार ने नायब तहसीलदार वरिंदरपाल सिंह धुत्त को नाैकरी से बर्खास्त कर दिया है। नायब तहसीलदार धुत्त के खिलाफ कार्रवाई एक व्यापक जांच के बाद की गई है जिसमें उन्हें पंजाब विलेज कॉमन लैंड्स एक्ट, 1961 का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया था। उन्हें 10,365 कनाल 19 मरले जमीन का गैरकानूनी इंतकाल पास करने का दोषी ठहराया है।
जांच अधिकारी (सेवामुक्त जज बीआर बांसल) ने सभी दोषों की पुष्टि की है। सुप्रीम कोर्ट एवं सरकार के आदेशों की अनदेखी करके निजी व्यक्तियों को फायदा पहुंचाया गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) अनुराग वर्मा ने 24 फरवरी को बर्खास्तगी का आदेश जारी किया। यह कार्रवाई सरकारी नियमों और आदेशों का उल्लंघन करने के कारण की गई, जिससे यह एक महत्वपूर्ण कदम बन गया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में करप्शन के खिलाफ अहम कदम उठाते हुए मान सरकार ने 52 पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
करप्शन के खिलाफ मान सरकार का एक और एक्शन, नायब तहसीलदार बर्खास्त
