संत सरवन लाल पटेल का सम्मान, आचार्यकुलम ने समारोह का किया आयोजन
संत सरवन लाल पटेल का सम्मान, आचार्यकुलम ने समारोह का किया आयोजन
समारोह में संत सरवन लाल पटेल का हुआ सम्मान
फोटो परिचय- समारोह में शामिल लोगों का स्वागत करते आचार्य। मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ फतेहपुर। शहर के शांतीनगर स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर में आचार्यकुलम ने भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आचार्यकुलम के संस्थापक अध्यक्ष आचार्य विनोद शुक्ला ने पंडा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनका पूरा जीवन सनातन धर्म को समर्पित है। उन्होंने अभी तक जीवन में 108 श्रीमद् भागवत पुराण 108 श्रीमद् शिव महापुराण सहित निरंतर संकट मोचन हनुमान मंदिर एवं शिव मंदिर में नौ वर्षों से रामचरितमानस का पारायण लगातार चल रहा है। साथी उनके देखरेख में जनमानस के स्वास्थ्य हेतु प्रभात फेरी के कार्यक्रम गांव गांव चलाए जा रहे हैं। कार्यक्रम में संकट मोचन धाम मुंहास मंदिर जिला कटनी के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गृहस्थ संत सरवन लाल पटेल का सम्मान किया गया। जो टूटी हड्डी जोड़ने की आयुर्वेदिक विद्या के लिए प्रसिद्ध हैं। समारोह में जिलाध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने सरवन लाल पटेल को अंग वस्त्र पहनाकर उनका सम्मान किया। उनकी सेवा भावना एवं चिकित्सा कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथि, श्रद्धालु एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। समारोह में वक्ताओं ने संत सरवन लाल पटेल के कार्यों को जनसेवा की मिसाल बताया और कहा कि ऐसे संतों का योगदान समाज के लिए प्रेरणास्पद है। कार्यक्रम में मधुराम शरण शिवाजी अखाड़ा परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष का आशीर्वचन भी प्राप्त हुआ। उन्होंने हिंदुत्व की रक्षा हेतु शस्त्र नहीं शस्त्र धारण करने का उपदेश किया। कार्यक्रम का वातावरण भक्तिभाव व श्रद्धा से सराबोर रहा। अशोक तपस्वी, गुरमीत सिंह, बग्गा, ओम मिश्रा, आचार्य उमेश त्रिपाठी, बच्चा तिवारी, धनंजय द्विवेदी, वैश्य एकता परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रामस्वरूप गुप्ता, विष्णु दत्त शुक्ला, लाल जी यादव, राम सिंह, गया प्रसाद, अलका सोनी, सुशील कुमार पाठक भी मौजूद रहे।