फर्जी मुकदमा वापस न लिया तो करेंगे आत्मदाह: अभिनव
– महिला आयोग की सदस्य व फर्जी पीएस पर लगाए गंभीर आरोप
फोटो परिचय- पत्रकारों से बातचीत करते आदर्श व्यापार मंडल गर्ग गुट के जिलाध्यक्ष अभिनव यादव।
एम ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ फतेहपुर। राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति व उनके फर्जी पीएस अरविंद भदौरिया के इशारे पर व्यापारियों पर फर्जी मुकदमा पंजीकृत किया गया है। जबकि सभी साक्ष्य वीडियो सहित उनके पास मौजूद हैं। यदि फर्जी मुकदमा वापस न लिया गया तो वह सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे और आत्मदाह तक करने के लिए विवश हो जाएंगे।
यह बात रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए आदर्श व्यापार मंडल गर्ग गुट संपूर्ण भारत के जिलाध्यक्ष अभिनव यादव ने कही। उन्होने कहा कि नौ सितंबर को संगठन के लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। एक पीड़ित गरीब व असहाय महिला के साथ डाक बंगले में उसकी मदद करने के लिए गए थे। सात अगस्त को डाक बंगले में जनसुनवाई हेतु दोनों पक्षों को बुलाया गया था। जिसमें राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति ने किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं की। उनके स्थान पर उनके सरकारी फर्जी पीएस अरविंद भदौरिया ने जबरन न्याय मांगने वाली महिला रजिया बेगम को डराया धमकाया। अपशब्दों का प्रयोग किया। उसे धमकी भी दी गई। जिसकी ऑडियो व वीडियो रिकार्डिंग उपलब्ध है। इस मामले में फर्जी पीएस अरविंद भदौरिया संगठन के लोगों पर आग बबूला हो गए और अपशब्द बोलते हुए कहा कि सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाएंगे। व्यापार मंडल को देख लेंगे और सभी को जेल भिजवा देंगे। कोतवाली प्रभारी को बुलवाकर थाने में बंद करवा देंगे। राज्य महिला आयोग की सदस्य के इशारे पर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अभिनव यादव के अलावा जिला महामंत्री अमित शरन बाबी व इरशाद कादरी के खिलाफ मुकदमा लिखवाया गया जबकि स्वयं अरविंद भदौरिया एक क्रिमिनल हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ ललौली थाने व हरिहरगंज चौकी में कई मुकदमे पंजीकृत हैं। जिसकी जांच कराई जानी चाहिए। एक अपराधी कैसे जनसुनवाई कर सकता है और सदस्य के साथ रहकर प्रशासनिक दबाव बना रहा है। श्री यादव ने कहा कि यह दोनों फतेहपुर जनपद के निवासी हैं तो इसे न्याय न मिलकर जनता को परेशानी ही मिलेगी। अगर इनका कार्य क्षेत्र बदला जाए नहीं यह लोग ऐसे ही कार्य करते रहेंगे। मांग किया कि राज्य महिला आयोग की सदस्य व फर्जी पीएस के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए और व्यापारियों पर दर्ज मुकदमे को वापस लिया जाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो जनपद के साथ-साथ लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन के लिए विवश हो जाएंगे और फिर भी न्याय नहीं मिला तो आत्मदाह तक करेंगे। उन्होने मांग किया कि व्यापारियों को फर्जी मुकदमों से बरी किया जाए।