विवादित प्रापर्टी पर कोर्ट के लिखे आदेश को दबंगों ने मिटाकर प्रशासन को दी खुली चुनौती
👉 किसी भी रात हो सकता है कब्जा,,, सुरक्षा पर उठ रहे बड़े सवाल
👉 ऐसे तो किसी रात को हो सकता है कब्जा,, जैसे आरोप हो सकते है साकार
👉 आम जनता में चर्चा है कि कही न कही पुलिस से मिलकर कब्जे का बन रहा मंसूबा,,
👉 पिछले दिनों पीड़ितों ने दिया था पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र,,, मांगी थी मदद
👉 दुकान पर लिखा था इस प्रापर्टी का मुकद्दमा “सिविल जज सीनियर डिवीजन” फतेहपुर में विचाराधीन है
👉 जिसपर सफेदी पोत कर सुरक्षा को दी जा रही खुली चुनौती
👉 उपरोक्त फोटो के मिलान करने से सारे आरोप सामने है
👉 विगत चार जून को दबंगई व असलहों के बल पर प्रापर्टी कब्जे का किया जा चुका है प्रयास,, पीड़ित वृद्ध खौफ के साए में
👉 डायल 112 के साथ पुलिस अधीक्षक को सूचना देने पर मौके में पहुंची सदर कोतवाली पुलिस काम बंद कराकर दस्तावेज़ लेकर कोतवाली आने को कहा,,
👉 चार जून,, चौक बाजार के बीच स्थित करोड़ों की प्रापर्टी पर दबंग, सत्ताधारी पहुंचे थे शाम सात बजे कब्जा करने, जबकि मामला कोर्ट में विचाराधीन चल रहा।
👉 नगरपालिका के दस्तावेज़ो में पीड़ित के परिवार का नाम दर्ज
👉 वही भाजपा सरकार दबंगई व अपराध पर नियंत्रण को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति पर वृद्ध पीड़ित परिवार को योगी सरकार से न्याय की आस,,,
जिला फतेहपुर की चौक बाजार की विवादित दुकान पर नित्य नए नए मोड़ सामने आते नज़र आ रहे। विगत रात चार जून स्वयं कब्जे को लेकर दबंग असलहों के बल पर कब्जा करने पहुंचे थे। जिस पर पीड़ित क्रमशः खलील उद्दीन पुत्र आदि ने ,112 व पुलिस अधीक्षक को सूचना देने पर पुलिस द्वारा काम रोककर दोनों पक्ष को अपने अपने कागजात लेकर सदर कोतवाली बुलवाया गया था। लेकिन आरोपी पक्ष कोतवाली नहीं पहुंचा जबकि पीड़ित पक्ष गए थे। वही पुलिस द्वारा आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। उसके बाद से पीड़ितों को लगातार डर और धमकी मिलती रही।
चार जून प्रकरण के बाद पीड़ितों ने सुरक्षा हेतु पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर मदद की गुहार लगाई और कहा कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। जिसको दुकान के ऊपर खुले तौर से लिखा दिया गया है। और न्याय पर भरोसा कर कोर्ट से कोई भी फैसला आने तक किसी भी प्रकार का विवाद उत्पन न किया जाए।
जबकि आज रात कोर्ट कें लिखे निर्देश पर चुपचाप सफेदी पोत कर किस तरह का मंसूबा तैयार किया जा रहा ये गौर करने की बात है। उपरोक्त पीड़ितों को पहले और आज भी शक है कि कहीं रात को मेरी प्रापर्टी का ताला तोड़कर उसपर कब्जा न कर लिया जाए।
वही पुलिस पर सवाल उठ रहे जब एक बार दोनों पक्ष को अपने अपने कागजात लेकर कोतवाली बुलाया गया जिसपर आरोपियों के ना आने के बाद उन पर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हुई। आरोपियों के दबंग हौसले को बड़ावा दिए जाने की ओर इशारा करता नज़र आ रहा।
वही पीड़ित परिवार का मीडिया के माध्यम से कहना है कि कोर्ट के आदेश आने तक मेरी प्रापर्टी की सुरक्षा की जानी चाहिए।
वही पीड़ित परिवार सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में शिकायत की तैयारी बना रहे – अज़रा न्यूज फतेहपुर