चेयरमैन को कवियों व रामलीला कमेटी ने किया सम्मानित, दर्शक हुए मंत्रमुग्ध
चेयरमैन को कवियों व रामलीला कमेटी ने किया सम्मानित, दर्शक हुए मंत्रमुग्ध
रामलीला के कवि सम्मेलन में दर्शक हुए मंत्रमुग्ध
– चेयरमैन को कवियों व रामलीला कमेटी ने किया सम्मानित
फोटो परिचय- चेयरमैन को सम्मानित करते कवि व रामलीला कमेटी के पदाधिकारी। एम ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ हथगाम, फतेहपुर। श्री रामलीला कमेटी द्वारा पहली बार रामलीला के अंतिम दिन प्रभु श्री राम के चरणों में समर्पित विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें कवियों की रचनाओं को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। चेयरमैन धीरेंद्र कुमार उर्फ मुन्ना बाबू मुख्य अतिथि व कार्यक्रम के सूत्रधार रहे। कवियों की ओर से उन्हें शाल भेंट किया गया जबकि श्री रामलीला कमेटी की ओर से प्रतीक चिह्न दिया गया। काव्य समारोह वरिष्ठ पत्रकार प्रेम दत्त पांडेय के दिशा निर्देशन में आयोजित हुआ। अध्यक्षता प्रकाश चंद्र दीक्षित व संचालन हास्य कवि संदीप शरारती ने किया।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार उर्फ मुन्ना बाबू ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया। इसके बाद रामलीला के मंच पर पहली बार कवि सम्मेलन के सूत्रधार चेयरमैन का कवियों व रामलीला कमेटी की ओर से सम्मानित किया गया। कवि सम्मेलन का प्रारंभ समीर शुक्ला व प्रकाश चंद्र दीक्षित द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ। कवि एवं शायर शिव शरण बंधु हथगामी ने पढ़ा- कोल, भील, वानर, समाज को जीने का उपदेश दिया, सुंदर, सुखद, सुहाना, सुखमय, शांतिपूर्ण परिवेश दिया, शबरी के जूठे बेरों को खाकर मेरे रघुवर ने, भेदभाव के बिना जगत में रहने का संदेश दिया। ओज के सशक्त हस्ताक्षर रायबरेली के संतोष दीक्षित ने अपनी रचनाओं से बड़ी संख्या में उपस्थित श्रोताओं को झकझोर दिया। पन्ना धाय खंड काव्य से उन्होंने शानदार काव्य पाठ किया। उन्होंने पढ़ा-जब जब सत्ता सोती है तब कलमकार जग जाता है, अंधे पृथ्वीराज से भी वह गोरी को मरवाता है, धूर्त दुष्ट इन घनानंद का नाश हमें करना होगा, चंद्रगुप्त निर्माण हेतु चाणक्य हमें बना होगा। आधुनिक रसखान कहे जाने वाले डॉक्टर वारिस अंसारी ने राम पर आधारित रचनाएं प्रस्तुत किया जिन्हें श्रोताओं ने बहुत पसंद किया- लाजिम है समझना तुम्हें अहकाम हमारे, होते हैं मोहब्बत भरे पैगाम हमारे, मत अपनी हदों में तुम उन्हें बांध के रखिए, जो राम तुम्हारे हैं, वही राम हमारे। रामलीला कमेटी के प्रमुख रामजी दीक्षित, मनोज कुमार, चंद्रशेखर वर्मा, पिंटू तिवारी, कल्लू दीक्षित, अमित शुक्ल, सफाई नायक आशू तिवारी आदि ने व्यवस्था में सहयोग किया।