होनहार बिरवन के होत चिकने पात,,,परिवार और समाज हुआ गौरवान्वित
होनहार बिरवन के होत चिकने पात,,,परिवार और समाज हुआ गौरवान्वित
– होनहार बिरवांन के होत चीकने पात,,,,
– शिवम् श्रीवास्तव ने हासिल की एक और उपलब्धि, परिवार और समाज हुआ गौरवान्वित
– उद्देश्य के साथ छोड़ेंगे सेंट्रल यूनिवर्सिटी की नौकरी, आई.टी.आई. तिर्वा में बनेंगे अनुदेशक
मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़- होनहार बिरवांन के होत चीकने पात,,,, ! पुरानी कहावत है, किन्तु आज के परिवेश में भी सटीक बैठती है। शिवम् शरीखे के लाल पर उपरोक्त पंक्तियां कुछ ज़्यादा सटीक बैठती हैं। परिवार के मुखिया का संघर्ष पूर्ण जीवन और सीमित संसाधनों के बीच उसने एक मुकाम हासिल किया, न सिर्फ़ परिवार बल्कि समाज़ भी शिवम् श्रीवास्तव की एक और उपलब्धि से ग़ौरव की अनुभूति कर रहा है। फतेहपुर शहर के कमला नगर (कलेक्टरगंज) इलाक़े में मनीष श्रीवास्तव के घर 1993 में एक बालक का जन्म होता है, जिसका नामकरण शिवम् होता है। वह प्रारंभ से ही काफ़ी मेधावी था और प्लेग्रुप से इंटरमीडिएट और फ़िर स्नातक की डिग्री में भी उसने गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की। लगभग दो वर्ष पूर्व सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रयागराज में अनुभाग सहायक के रूप में सरकारी सेवा का अवसर शिवम् श्रीवास्तव को संतोषजनक नहीं लगा। उसकी इच्छा बच्चों को तकनीकी शिक्षा में पारंगत करने में योगदान देने की थी, ऐसे में उद्देश्यपूर्ण ढंग से उसने आई.टी.आई. में अनुदेशक की बैकेंसी निकली तो उसने मेहनत शुरू की और इस बड़ी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली शिवम् श्रीवास्तव औपचारिकताएं पूर्ण कर जल्द सेंट्रल यूनिवर्सिटी की सरकारी सेवा से त्यागपत्र देकर आई.टी.आई. तिर्वा (कन्नौज़) में अनुदेशक के रूप में ज्वाइन करेंगे। शिवम् को सर्वप्रथम परिवहन विभाग में भी सरकारी नौकरी का अवसर मिला था और उसने काफ़ी समय सेवाये दी भी किन्तु इस विभाग में कुत्सित मानसिकता वालों की बहुतायत से उसका मन नहीं लगा।
शिवम् अभी भी यूपीएससी की तैयारी कर रहा है, उसको भरोसा है कि उसका प्रयास सफल रहेगा और वह सिस्टम को सुधारने की दिशा में प्रभावी ढंग से काम करने के उद्देश्य को पूरा कर सकेगा।
शिवम् श्रीवास्तव के पिता मनीष श्रीवास्तव स्थानीय कलेक्ट्रेट परिसर में कंप्यूटर ऑपरेटर हैं, उनका भी सामाजिक योगदान काफ़ी सराहनीय रहा है। उनकी माता जी आशा श्रीवास्तव ग्रहणी हैं और एक मात्र छोटी बहन अभिकीर्ति भी यूपीपीएससी की तैयारी कर रही हैं। मनीष श्रीवास्तव के ईष्ट मित्रों ने शिवम् की उपलब्धियों की सराहना की और कहां कि उससे अन्य बच्चों को भी सीख मिलेगी। शिवम् के घर आने पर उसका माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस दौरान प्रमुख रूप से परिजनों और रिस्तेदारों के साथ-साथ सुरेश श्रीवास्तव, राम प्रकाश उर्फ़ मुन्ना मौर्या, प्रदीप कुमार पांडेय आदि मौजूद रहे।