मंदिर चढ़ावे के पैसों में हुआ बड़ा खेल, एक पूर्व पदाधिकारी ने करा ली अपने नाम एफडी

मंदिर चढ़ावे के पैसों में हुआ बड़ा खेल
– एक पूर्व पदाधिकारी ने करा ली अपने नाम एफडी
– प्रशासनिक चैखट में दम तोड़ रही शिकायत
मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़– फतेहपुर। शहर के एक प्रतिष्ठित देवालय के चढ़ावे में तगड़ा खेल होने का मामला प्रकाश में आया है। सूत्रों का कहना है कि कई साल पहले एक पूर्व पदाधिकारी ने मंदिर प्रबंध समिति के बैंक खाते में हाथ साफ़ करते हुए मोटी रकम की एफडी अपने नाम करा लिया था। फिक्स डिपॉजिट कराई गई रकम तीस लाख के क़रीब बताई जा रही है, जो मौजूदा समय में 75 से 80 लाख के लगभग है। मंदिर प्रबंध समिति के मौजूदा पदाधिकारी उपरोक्त भारी-भरकम रकम को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे उनकी भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। यही नहीं मंदिर से संबद्ध एक अन्य बेशकीमती मंदिर के भवन में एक अन्य पदाधिकारी ने अपने स्वजातीय को कब्जा करा दिया था जो आज भी बदस्तूर काबिज है।
जानकारी के अनुसार शहर के एक अति ख्यातिलब्ध मंदिर की प्रबन्ध समिति के तत्कालीन प्रमुख पदाधिकारी ने करीब दो दशक पूर्व मंदिर के बैंक खाते से लगभग तीस लाख रुपए सीधे अपने खाते में ट्रांसफ़र करा कर अपने नाम से एफडी करवा ली, जो अब अस्सी लाख के क़रीब बताई जा रही है। सूत्र बताते हैं कि उपरोक्त पदाधिकारी ने अपने मूल व्यवसाय में कई बार इस एफ.डी. का उपयोग भी किया और अब उसके परिजन मंदिर का मूल धन लौटाने से आना-कानी कर रहे हैं। गौरतलब है कि अति प्राचीन इस देवालय (मंदिर) से कभी कई बीघे ज़मीन जुड़ी थी, जिसे समय समय पर कुत्सित मानसिकता वालों ने या तो कब्ज़ा कर लिया या फिर संदिग्ध परिस्थितियों में उसका बैनामा करवा लिया। मौजूदा समय में भी कुछ खिलाड़ी किस्म के लोगों की नज़र शेष बची ज़मीन पर टिकी है। कुछ लोगों ने तो प्रशासनिक कोर्ट में मुकदमा भी योजित कर दिया है। वहीं मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा किए गए दान और चढ़ावे की धनराशि के साथ भी प्रायः खिलवाड़ होता रहा हैं।
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ठंडे बस्ते में जांच
सूत्रों की मानें तो पूर्व में और मौजूदा समय में भी चढ़ावे में आने वाले धन का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया जा रहा है। उपरोक्त संदर्भ में पूर्व में जिलाधिकारी को सौंपे गए एक शिकायती पत्र में मंदिर की पूर्व एवं मौजूदा प्रबंध समिति पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसमें कई मामले तो अति गंभीर हैं। जिलाधिकारी ने इसकी जांच एक जिम्मेदार सक्षम अधिकारी को सौंपी है, लेकिन जिम्मेदार ने उपरोक्त शिकायतीपत्र को किन परिस्थितियों में ठंडे बस्ते में डाल दिया है, इसको लेकर श्रद्धालुओं में तरह तरह की चर्चाएं आम हैं।
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  सीएम योगी से लगाई गई गुहार
उपरोक्त संदर्भ में एक ताजे प्रकरण के साथ पूर्व के मामलों को जोड़कर एक शिकायती पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजकर शासन के सक्षम अधिकारी से जांच कराने और मंदिर के चढ़ावे की धनराशि से कराई गई एफडी को मय ब्याज मंदिर को वापस कराने और मंदिर का संचालन जिला अधिकारी को सौंपने की मांग की गई है।

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