रसोई गैस व खेतो में यूरिया की नही होगी ज़रूरत, दवाइयों का भी बचेगा खर्च – रमाकांत

  गोबर व गौमूत्र के सेवन से किसानों की बढ़ेगी समृद्धता-रमाकांत
रसोई गैस व खेतो में यूरिया की नही होगी ज़रूरत, दवाइयों का भी बचेगा खर्च
फोटो परिचय- पत्रकारो से बातचीत करते गौ सेवा आयोग के सदस्य रमाकांत उपाध्याय।
अजय सिंह अज़रा न्यूज़ फ़तेहपुर। जनपद भृमण में आये उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग के सदस्य रमाकांत उपाध्याय ने जनपद में गौवंश की स्थितियो का ज़ायज़ा लेने के लिए गौशालाओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के पश्चात लोकनिर्माण विभाग के डाक बंगला सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि लगभग छह माह पूर्व उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग के गठन के बाद उनके द्वारा लगभग तीस जनपदों का निरीक्षण किया जा चुका है। जनपद में भी उनके द्वारा तीन गौशालाओं सवंत, तारापुर व रामपुर स्थित गौशालाओ का निरीक्षण किया गया। जिसमें गौवंश के चारे व पानी आदि को कई कमियों को देखते हुए सुधार के निर्देश दिए गये है। कहाकि गाय आस्था का केंद्र है राजनीति का विषय नही है। जनपद में अन्ना मवेशियों को लेकर कहाकि लोगो की जागरूकता से अन्ना मवेशियों की समस्याओं को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहाकि गौवंशो के पति प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर है गौशालाओं को प्रति गौवंश पचास रुपये की धनराशि दी जा रही है साथ ही गौवंशो को गोद लेने वाले को गौवंश पालने के लिए धनराशि दी जाती है। उन्होंने कहाकि किसानों को गौवंशो से जोड़ने के लिए अभियान चलाया का रहा है मवेशियों के गोबर गौमूत्र को उपयोग में लाकर किसानों को समर्द्ध बनाने का कार्य किया जायेगा। गोबर से किसानों परिवार को बायोगैस प्लांट लगाकर घरेलू गैस का उत्पादन किया जा सकता है साथ ही गौमूत्र से किसानों को अपने खेत मे यूरिया की आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने गोबर व गौमूत्र को उपयोगी बताते हुए कहाकि गोबर व गौमूत्र का मनुष्यो के उपयोग करने से दवाइयों का खर्च भी कम किया जा सकता है।

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