समाज के संगठित होने से ही होगा राष्ट्र विकास: सुनील
– चेयरमैन बोले- वैश्य समाज का योगदान राष्ट्र निर्माण में सबसे आगे
– पार्षद जयंती समारोह में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर निभाई सहभागिता
फोटो परिचय- पार्षद जयंती समारोह में भाग लेते वैश्य समाज के लोग।
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। भारतीय दोसर वैश्य महासमिति की ओर से पार्षद जयंती समारोह का आयोजन शहर के आबूनगर स्थित एक गेस्ट हाउस में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील गुप्त व विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश प्रभारी संगम लाल गुप्त, युवा प्रदेश अध्यक्ष श्रीकांत गुप्त ने शिरकत की।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने पार्षद जी के चित्र पर माल्यार्पण करके दीप प्रज्जवलन कर किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि आज समाज में संस्कारित शिक्षा की आवश्यकता है संस्कारों से ही समाज संगठित होता है। समाज संगठित होगा तो राष्ट्र का विकास होगा। संस्कारित शिक्षा प्राप्त युवा जिस क्षेत्र में होगा उसमें वह ईमानदारी व निष्ठापूर्वक कार्य करके अपने दायित्वों का उचित निर्वहन करेगा। विशिष्ट अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष राजकुमार मौर्य ने कहा कि वैश्य समाज का योगदान राष्ट्र निर्माण में सबसे आगे रहता है। समाज में किसी प्रकार की परेशानी में वैश्य समाज की अग्रणी भूमिका रहती है। दोसर वैश्य समाज का समागम देखकर लग रहा है कि समाज बहुत जागरूक है। कार्यक्रम में महिलाओं की सहभागिता प्रशंसनीय है। जिलाध्यक्ष नारायण बाबू ने अतिथियों को अंग वस्त्र व प्रतीक चिन्ह देते हुए सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। संचालन राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद कुमार गुप्त ने किया। इस मौके पर नंनद किशोर गुप्त, अश्वनी गुप्त, विकास गुप्त, वीरेंद्र गुप्त, संजय गुप्त, जयगोपाल गुप्त, राम विशाल गुप्त, राम बाबू गुप्त, कविता गुप्त, सुनीता गुप्त, मनीषा गुप्त, मधू गुप्त, शोभित गुप्त, नमृता गुप्त, महेंद्र गुप्त, डा. महक गुप्त, डा. अजय गुप्त भी मौजूद रहे।