आरोप: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी युवा उद्यमी योजना
– युवा विकास समिति ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
फोटो परिचय- प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपते युवा विकास समिति के पदाधिकारी।
मो ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। युवा विकास समिति के पदाधिकारियों ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को संबोधित एक ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। जिसमें बताया गया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ऋण दिए जाने की प्रक्रिया में जिले में भारी अनियमितताएं सामने आ रही हैं। योजना का उद्देश्य है कि जिले के युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा किया जाए, लेकिन हकीकत यह है कि बैंक स्तर पर भारी भ्रष्टाचार और मनमानी के कारण इस योजना की प्रभावशीलता पर सवाल उठ रहे हैं। जिला उद्योग कार्यालय से स्वीकृत होकर जो फाइलें बैंक स्तर पर भेजी जाती हैं, उन्हें बैंक कर्मचारी विभिन्न बहानों से निरस्त कर देते हैं। कभी दस्तावेजों की कमी बताई जाती है तो कभी फॉर्मेट गलत बताया जाता है। सूत्रों का कहना है कि बैंक में काम तभी होता है जब लेनदेन होता है। जिन आवेदकों से कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं मिलता, उन्हें टालने के लिए नियम-कानून का हवाला देकर महीनों तक दौड़ाया जाता है। जिले के बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे प्रमुख बैंकों में यह स्थिति और भी गंभीर बताई जा रही है। आवेदकों का कहना है कि इन बैंकों में बिना सुविधा शुल्क दिए फाइलों पर आगे कार्यवाही ही नहीं होती। कई मामलों में फाइलें बिना किसी ठोस कारण के अस्वीकृत कर दी जाती हैं। बैंक के अधिकारी नियमों की दुहाई देकर युवाओं को बार-बार परेशान करते हैं और स्पष्ट कहते हैं कि बजट नहीं आया या फॉर्मेट गलत है जबकि वही फाइलें दूसरे आवेदकों की बिना रोकटोक स्वीकृत कर दी जाती हैं। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि जिस योजना को सरकार ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू किया, वहीं योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है! फतेहपुर जिले के उद्योग विभाग में भी बिना सुविधा शुल्क के कोई फाइल बैंक तक नहीं पहुंचती। कार्यालय में बैठे कर्मचारी स्पष्ट रूप से कहते हैं कि बिना खर्च किए कुछ नहीं होता। जब आवेदक किसी तरह खर्च करके अपनी फाइल बैंक तक पहुंचाते हैं, तो बैंक कर्मी फिर से नए-नए बहाने बना देते हैं। इससे साफ झलकता है कि योजना का लाभ उन्हीं को मिल रहा है जो भ्रष्टाचार की श्रृंखला में शामिल हैं। यह केवल दीपक की नहीं, जिले के सैकड़ों युवाओं की कहानी है। जो भ्रष्ट व्यवस्था की बलि चढ़ रहे हैं। शासन को चाहिए कि ऐसे मामलों की निष्पक्ष जांच कराए और जिन अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही या संलिप्तता सामने आए, उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। अन्यथा सरकार की नीतियां केवल कागजों तक ही सीमित रह जाएंगी और योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक नहीं पहुंच पाएगा। इस मौके पर संजय दत्त द्विवेदी संगठन प्रमुख, विकास श्रीवास्तव, संदीप कुमार, संदीप सिंह, दिलीप कुमार भी मौजूद रहे।
युवा विकास समिति ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
