Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को 9 विधायक मंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। सीएम विष्णु देव साय ने यह जानकारी पत्रकार वार्ता में दी। फिलहाल सिर्फ शपथ ली जाएगी, मंत्रालय का बंटवारा बाद में किया जाएगा। सीएम विष्णु देव साय को गिन लिया जाए तो अब प्रदेश में 12 मंत्री सरकार चलाएंगे। मंत्री पद के बंटवारे में सरगुजा संभाग का दबदबा है।

रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज विष्णुदेव सरकार का मंत्रिमंडल शपथ लेने जा रहा है। विधानसभा सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्रिमंडल में 9 विधायकों के शपथ लेने की जानकारी दी। हालांकि विभाग का बंटवारा बाद में होगा। फिलहाल लंबे समय से लग रहे कयास थम जाएंगे। कुल मिलाकर विष्णु देव साय को गिन लिया जाए तो अब प्रदेश में 12 मंत्री सरकार चलाएंगे और अगर कयास लगेंगे भी तो उस एक पद के लिए लगेंगे, जिसे फिलहाल के लिए खाली रखा गया है।

सरगुजा संभाग का दबदबा

सरगुजा संभाग की 14 की 14 सीटें बीजेपी ने जीती है। मंत्री पद के लिए भी सरगुजा संभाग का दबदबा रहा है। सरगुजा संभाग के कुनकुरी से विधायक और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आते हैं। इसी संभाग से रामविचार नेताम, श्यामबिहारी जायसवाल और लक्ष्मी राजवाड़े भी मंत्री बनेंगे। आपको बता दें कि सरगुजा संभाग के भटगांव से विधायक लक्ष्मी राजवाड़े, मनेंद्रगढ़ से श्यामबिहारी जायसवाल, रामानुजगंज विधानसभा सीट से रामविचार नेताम विधायक निर्वाचित हुए है।

1990 में पहली बार विधायक निर्वाचित होने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी राजनीति की शुरुआत भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी से की। इस बार बृजमोहन अग्रवाल प्रदेश की सबसे बड़ी लीड लेकर लगातार चुनाव जीतते हुए आठवीं बार विधायक बने हैं। बृजमोहन ने प्रदेश में सर्वाधिक मतों से जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास को 67919 मतों के अंतर से हराया है। कॉमर्स व आर्ट्स दोनों विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने एलएलबी की भी डिग्री ली है।

कौन हैं श्याम बिहारी जायसवाल?

श्याम बिहारी जायसवाल मनेंद्रगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के रमेश सिंह को 11880 वोटों से चुनाव हराकर विधायक निर्वाचित हुए हैं। वे जनपद उपाध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य व पूर्व में एक बार विधायक रह चुके हैं। एमएससी तक की शिक्षा ग्रहण करने वाले श्याम बिहारी जायसवाल पेशे से राइस मिलर हैं।


कौन है रामविचार नेताम?

राम विचार नेताम बीजेपी के सीनियर नेता हैं। हाल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अजय तिर्की को 29,663 मतों के अंतर से हराकर रामानुजगंज सीट से जीत हासिल की है। राम विचार नेताम छह बार विधायक रहे हैं। 2016 में वह राज्यसभा सदस्य भी चुने गए थे। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की सरकार में दो बार मंत्री भी रह चुके हैं।

कौन है दयालदास बघेल?

दयालदास बघेल बेमेतरा जिले की नवागढ़ विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी व वर्तमान मंत्री रुद्र कुमार गुरु को चुनाव हरा कर विधायक निर्वाचित हुए हैं। दयालदास बघेल को भाजपा ने नवागढ़ विधानसभा से अब तक कुल 6 बार टिकट दिया है। वह पहली बार 1998 में भाजपा की टिकट से चुनाव मैदान में उतरे थे। तब उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद हुए 2003 के विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। वे मंत्री भी रह चुके हैं।

कौन है लखनलाल देवांगन?

लखन लाल देवांगन कोरबा जिले की कोरबा विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने तीन बार के विधायक व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को 26000 से भी अधिक मतों से चुनाव हराया है। ओबीसी वर्ग से आने वाले लखन लाल देवांगन पूर्व में कोरबा निगम के महापौर व पड़ोसी कटघोरा विधानसभा से विधायक रह चुके हैं।

कौन हैं केदार कश्यप?

चौथी बार विधायक निर्वाचित हुए केदार कश्यप ने भाजपा की टिकट पर नारायणपुर जिले की नारायणपुर विधानसभा से जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी व सिटिंग एमएलए चंदन कश्यप को 19188 वोटों से चुनाव हरा कर पिछले चुनाव का बदला पूरा किया हैं। 2018 के चुनाव में चंदन कश्यप ने उन्हें महज 2647 वोट के मामूली अंतर से हराया था। वे बस्तर के सांसद रहे स्वर्गीय केदार कश्यप के पुत्र हैं। अपने पिता की राजनैतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे केदार कश्यप राज्य बनने के बाद तीन बार लगातार विधायक रह चुके हैं। पहली बार विधायक निर्वाचित होने के बाद ही केदार कश्यप मंत्री बन गए थे।

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