लोकसभा चुनाव की दहलीज पर महाराष्ट्र में यूबीटी नेता संजय राउत का एक विवादित बयान सामने आया है। राउत ने कहा, औरंगजेब का जन्म गुजरात में हुआ था, उसी राज्य में जहां मोदी का जन्म हुआ था। यूबीटी नेता ने हमलों के लिए मशहूर औरंगजेब की मानसिकता और पीएम मोदी के बीच एक समानता बताई...

लोकसभा और विधानसभा चुनावों में राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा एक-दूसरे के शीर्ष नेतृत्व पर तीखी टिप्पणियां/विवादित बयान दिए जाते रहे हैं। इस बार लोकसभा चुनाव की दहलीज पर महाराष्ट्र में यूबीटी नेता संजय राउत का एक विवादित बयान सामने आया है। राउत ने कहा, औरंगजेब का जन्म गुजरात में हुआ था, उसी राज्य में जहां मोदी का जन्म हुआ था। यूबीटी नेता ने हमलों के लिए मशहूर औरंगजेब की मानसिकता और पीएम मोदी के बीच एक समानता बताई। राउत ने इस बात पर भी जोर दिया कि शिवाजी का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था। शिवसेना नेता, संजय राउत ने अपनी विवादित टिप्पणी में कहा, महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज का जन्म हुआ था। गुजरात में मुगल बादशाह औरंगजेब का जन्म हुआ, जहां पर नरेंद्र मोदी का जन्म हुआ, उसके पड़ोस वाले गांव में औरंगजेब का जन्म हुआ था। ऐसे में मोदी और औरंगजेब की सोच में समानता है। उसी सोच के साथ गुजरात और दिल्ली से महाराष्ट्र पर चढ़ाई की जा रही है। इससे पहले भी चुनाव के मौके पर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच विवादित बयानबाजी देखने को मिली है।

भाजपा की विचारधारा के लिए कही थी वह बात

गत वर्ष कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी 'जहरीले सांप' और 'विषकन्या' जैसे बयानों की एंट्री हुई थी। ऐसे बयानों का नफा-नुकसान भी रहा है। कर्नाटक चुनाव में ऐसे बयानों को लेकर कांग्रेस और भाजपा, एक दूसरे पर खूब हमलावर रही थीं। कांग्रेस नेता कह रहे थे कि चुनाव में जनता उन्हें (भाजपा) सबक सिखाएगी, तो दूसरी तरफ भाजपा नेता भी ऐसी ही बातें कर रहे थे। कर्नाटक विधानसभा के चुनाव प्रचार में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को 'जहरीला सांप' कहा था। खरगे का बयान जब तूल पकड़ने लगा, तो खरगे ने सफाई देते हुए कहा, वह बात उन्होंने पीएम मोदी के लिए नहीं, बल्कि भाजपा की विचारधारा के लिए कही थी। खरगे के इस बयान के एक दिन बाद ही, कर्नाटक में भाजपा विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कोप्पल में आयोजित एक जनसभा में कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को 'विषकन्या' कह दिया था। नतीजा, कांग्रेस पार्टी, भाजपा पर हमलावर हो गई।

सोनिया को बताया 'चीन और पाकिस्तान का एजेंट'

कांग्रेस पार्टी ने कहा था, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा, अपनी संभावित हार से बौखला गई है। मर्यादा और राजनीतिक शुचिता को ताक पर रख कर भाजपा नेता और मोदी के पसंदीदा, बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने सोनिया गांधी को 'विषकन्या' कह दिया। यतनाल ने सोनिया गांधी को 'चीन और पाकिस्तान का एजेंट' भी बताया था। कांग्रेस पार्टी की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा था, ये शब्द साफ तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के इशारे पर सोनिया गांधी और कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ बोले गए हैं। भाजपा नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेहरू गांधी परिवार को अपशब्द कहने की आदत बनाई हुई है। खुद पीएम मोदी ने सोनिया गांधी को 'कांग्रेस की विधवा' के साथ साथ 'जर्सी गाय' तक कहा था। कर्नाटक चुनाव से कुछ समय पहले पीएम मोदी ने भाजपा के स्थापना दिवस पर कांग्रेस को निशाना बनाते हुए कहा था, कुछ लोग कह रहे हैं कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। वह बयान भी खासा चर्चित हुआ था।

अतीत के ऐसे बयानों से किसे हुआ नफा-नुकसान

गत लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी के लिए 'चौकीदार चोर है' शब्दों का इस्तेमाल किया था। चुनाव में पीएम मोदी ने इसे पलट दिया। उन्होंने राहुल के शब्दों को भाजपा के फायदे में बदल दिया। 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए नरेंद्र मोदी ने बनारस में हुई एक चुनावी जनसभा में कहा था कि कांग्रेस पार्टी 125 साल की बुढ़िया है। उन्होंने वोटरों से अपील की थी कि वे 30 साल की युवा भारतीय जनता पार्टी को वोट दें। परिणाम, भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने विदेशी बहू का मुद्दा उठाया। भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने विदेशी मूल के मुद्दे पर कहा था, यदि सोनिया गांधी देश की प्रधानमंत्री बनती हैं, तो मैं सिर मुंडा कर, सफेद वस्त्र धारण करूंगी और धरती पर सोऊंगी। उस चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था।

'मौत का सौदागर' और 'चाय वाला' भी

2007 के दौरान गुजरात चुनाव में सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को 'मौत का सौदागर' कह दिया था। मोदी ने इस बयान को खूब भुनाया। नतीजा, उस चुनाव में भाजपा को जीत मिली थी। कांग्रेस पार्टी को 182 में से 59 सीटों पर संतोष करना पड़ा। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी को 'चाय वाला' कहा था। इसके बाद मोदी ने उस बयान को देशभर में इतना भुनाया कि भाजपा, केंद्र की सत्ता तक पहुंच गई। दस साल से केंद्र की सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी को महज 44 सीटें मिलीं। 2017 में गुजरात चुनाव में भी मणिशंकर अय्यर ने मोदी को 'नीच इंसान' कह दिया था। यहां भी कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी। 2014 में गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने नरेंद्र मोदी को 'औरंगजेब' कह दिया था। मोढवाडिया ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमला बोलते हुए उनकी तुलना मुगल शासक औरंगजेब से की थी। मोढवाडिया ने कहा, मोदी अपनी ही पार्टी के नेताओं के साथ सुल्तानों की तरह व्यवहार करते हैं।

मोदी ने औरंगजेब पर जोरदार हमला बोला था

27 दिसंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'वीर बाल दिवस' कार्यक्रम में मुगल शासक औरंगजेब पर जोरदार हमला बोला था। मोदी ने औरंगजेब की क्रूरता की चर्चा करते हुए कहा था, मुगल बादशाह और उनके लोग तलवार के बल पर गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों का धर्म परिवर्तन कराना चाहते थे। जब यह संभव नहीं हुआ तो उसने गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों को मार डाला। पीएम मोदी के उस आक्रामक भाषण के कुछ देर बाद ही ट्विटर पर 'औरंगजेब' ट्रेंड करने लगा। जून 2023 में शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा था, भाजपा को कर्नाटक में बजरंग बली से मदद नहीं मिली, इसलिए अब वह औरंगजेब और टीपू सुल्तान जैसी एतिहासिक हस्तियों से जुड़े मुद्दों को उठा रही है।

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