सूखी नहर व खराब नलकूपों ने बढ़ाई अन्नदाता की मुश्किल

सूखी नहर व खराब नलकूपों ने बढ़ाई अन्नदाता की मुश्किल

फोटो परिचय- सूखी नहर का दृश्य।

खागा/फतेहपुर। विजयीपुर ब्लाक के चालीस गांवों के किसान नहर व राजकीय नलकूपों के सहारे खेती करते हैं। सुजानपुर, माइनर महीनों से सूखी पड़ी है। पानी न आने से किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। राजकीय नलकूपों की खराबी ने किसानों की मुश्किल और बढ़ा दी है।

विजयीपुर ब्लाक के गांवों में वर्ष 1988-89 में स्थापित किए गए लगभग 100 नलकूपों में आधे से अधिक खराब हैं। बिजली और यांत्रिकी दोष से बंद पड़े नलकूपों को ठीक किए बिना ही विभागीय अधिकारी व्यवस्था को पटरी पर दौड़ाने का दावा कर रहे हैं। पलेवा का समय चल रहा है लेकिन अभी तक नहर में पानी नहीं आया। नहर विभाग के साथ साथ नलकूप विभाग भी सोया हुआ है। किसान राजू, धर्मेंद्र, सुरेश, राजेंद्र, वीरेंद्र, अतर, बोधी, हौसला प्रसाद, रवि, जय सिंह, फूलचंद्र, शिवपूजन ने बताया कि विभाग भी अनदेखी कर रहा है। किसान परेशान है कोई सुनने वाला नहीं है। हर बार पानी की जरूरत के समय नहर नहीं चलती है। जरूरत खत्म होने के बाद ही पानी आता है। नहर असोथर, सरकंडी, भसरौल, अंजना, बइहापुर, रामपुर, सरौली, रारी, चन्दापुर, गाजीपुर समेत दर्जनों गांव को जोड़ती है।

इनसेट-

दिसंबर तक छोड़ा जायेगा पानी

खागा/फतेहपुर। इस विषय पर जब जेई से बात की गई तो उनका कहना रहा कि दिसंबर माह तक नहरों में पानी पुनः छोड़ा जाएगा। किसान अपने अपने हिसाब से नहरों के पानी में मिट्टी कटान कर पानी मोड़ देते हैं। जिससे नहरों पर अंतिम तक पानी नहीं पहुंच पाता है। अभी नहरों की सफाई भी नहीं की जा सकती है। सिल्ट सफाई के बाद पुनः पानी छोड़ा जाएगा।

Updated On 16 Nov 2023 5:05 PM GMT
Azra News

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