किसानों ने नाराजगी का इजहार कर लापरवाही का मढ़ा आरोप

बारिश से क्रय केंद्रों में भीगा किसानों का हजारों कुंतल धान

- किसानों ने नाराजगी का इजहार कर लापरवाही का मढ़ा आरोप

- तौल न होने से धान वापस ले जा रहे किसान

फोटो परिचय- क्रय केंद्र में बारिश के दौरान भीगे धान को उठाते किसान।

मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। अन्नदाता किसान की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जब धान की कटाई चल रही थी तब बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेरा और किसी तरह किसान धान को लेकर जब तौल कराने क्रय केंद्र पहुंचा तो वहां अधिकारियों व कर्मचारियों की हीलाहवाली के चलते उसका धान महीनों से क्रय केंद्र पर खुले आसमान के नीचे पड़ा है। बुधवार की रात से गुरूवार की दोपहर तक हुई बारिश के कारण किसानों का हजारों कुंतल धान पानी में भीग गया। नाराज किसानों ने क्रय केंद्र प्रभारियों व कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए तौल न होने पर धान को वापस ले जाने की बात कही।

जिले में बुधवार की रात करीब दो बजे से बेमौसम बरसात हो रही है। जिसके कारण क्रय केंद्रों में तौल के लिए रखा किसानों का धान बारिश के पानी में भीग गया। गुरूवार की दोपहर भी बारिश हुई जिससे किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। असोथर कस्बे में मंडी समिति में धान तौल के लिए छह क्रय केंद्र बनाए गए हैं। जहां पर एक नवंबर से लेकर अब तक 340 कुंतल धान की सरकारी खरीद की गई है। किसान अन्नू सिंह निवासी जरौली ने आरोप लगाया कि करीब 150 कुंतल धान तौल के रखा है लेकिन एसएमआई ने तौल नहीं कराई। बारिश के कारण 40 प्रतिशत धान पानी में भीग गया है। किसान मुन्नी देवी ने आरोप लगाया कि करीब 15 दिनों से धान तौल के लिए सरकारी मंडी में पड़ा है। पति का पैर भी टूट गया। रात में बारिश के कारण करीब 20 कुंतल धान भीग गया है। किसानी करके हम लोग परिवार चलाते हैं। जब धान ही नहीं खरीदा जा रहा है तो हम अपना धान वापस लेकर जा रहे हैं। मंडी समिति में बारिश के पानी के बीच किसान धान को सुरक्षित करने की व्यवस्था में खुद लगे रहे लेकिन विपणन विभाग या क्रय केंद्रों पर तैनात कर्मियों ने धान को बचाने की कोई व्यवस्था नहीं किया। जिसको लेकर किसानों में काफी नाराजगी देखने को मिली।

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