यातयात माह हो या सामान्य दिन शहर के लिये जाम की समस्या लाइलाज होती जा रही है। सड़को के किनारे फुटपाथ पर अवैध पार्किंग व दुकानदारों की रखी हुई वस्तुएँ ट्रैफिक व्य

जाम के झाम से हलकान शहर की ट्रैफिक व्यवस्था

फुटपाथ पर अवैध पार्किंग से सड़क चौड़ीकरण का नही मिला लाभ

फोटो परिचय- शहर के मार्गो पर लगा जाम।

मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज फ़तेहपुर। यातयात माह हो या सामान्य दिन शहर के लिये जाम की समस्या लाइलाज होती जा रही है। सड़को के किनारे फुटपाथ पर अवैध पार्किंग व दुकानदारों की रखी हुई वस्तुएँ ट्रैफिक व्यवस्था का ब्लड प्रेशर बढ़ा रहे है। सड़को पर चलने वाले इडे रिक्शा के अप्रशिक्षित चालक जाम की समस्या में कोढ़ में खाज जैसी स्थिति बनाने में कोई कसर नही छोड़ रहे। ऐसे में आम आदमी ट्रैफिक जाम से दिनभर झूझने को मज़बूर है। दिन में किसी भी समय शहर के लगभग सभी मार्गाे में रेंगते हुए ट्रैफिक के बीच चौराहे को पार करना आपने आपमे किसी चुनौती से कम नही है। हर वर्ष नवम्बर माह को यातायात माह के रूप मनाया जाता है जिसमे परिवहन एव पुलिस विभाग के द्वारा लोगो को यातायात नियमो को जानने व उनका पालन कराये जाने के लिये जागरूक कराया जाता है। लेकिन सरकार के इस प्रयास का धरातल पर कितना असर होता है यह शहर की जाम को देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है। ट्रैफिक नियमो को दरकिनार कर चलने वाली गाड़िया हो या आड़े तिरछे पार्क किये वाहन जाम की समस्या को बढ़ा रहे है इसके अलावा शहर के विभिन्न मार्गों में चलने वाले इडे रिक्शा कपरशिक्षित चालक भी जाम की समस्या बढ़ाने में भरपूर योगदान दे रहे है। यातायात सम्भालने के नाम पर लगाई गई ट्रैफिक पुलिस के कर्मियों एव व्यवस्था में लगे होमगार्ड को दिनभर जाम से जूझ रहे लोगो को निकालने के लिये खुद जूझते हुए देखा सकता है लेकिन मार्गाे पर जाम की स्थिति बनने से रोकने के लिये कोई कारगर फार्मूला न होने के चलते सभी प्रयास निष्प्रभावी है। फुटपाथों पर अवैध पार्किंग एव ठेले खोमचे वालो व दुकानों के बाहर सजी हुई वस्तुओँ से फुटपाथ पर पैर रखने की जगह न होने के चलते वाहनों एव पैदल यात्रियों के बोझ अकेले सड़क पर पड़ता है। शादी ब्याह के सीजन होने के कारण आम दिनों की अपेक्षा सड़को पर वाहनों की सँख्या भी कही ज़्यादा होती है। ऐसे में सड़कों पर जाम की स्थिति बनना स्वभाविक है। शहर को जाम से मुक्त कराने के लिये पूर्व डीएम आंजनेय कुमार ने पहल करते हुए अतिक्रमण अभियान चलाकर फुटपाथ खाली कराया व सड़को को जाम से मुक्त कराने का प्रयास किया गया था। लेकिन पूर्व डीएम के जाते ही इनके प्रयासों को भी ताख पर रख दिया गया। अतिक्रमण के बाद खाली फुटपाथ पर अवैध पार्किंग व ठेले खोमचे वालो में कब्ज़ा जमा लिया और शहर की सड़को पर जाम की समस्या से जस की तस बनी हुई है। शहर के रोजवेज बस स्टॉप, ज्वालागंज चौराहा, बाकरगंज, निबंधन कार्यालय, सदर अस्पताल तिराहा, पटेल नगर से आईटीआई रोड, वर्मा तिराहा, देवीगंज स्थित गाजीपुर बस स्टॉप, राधानगर जैसे मार्गाे पर आम आदमी का निकलना हर समय दूभर रहता है। वाहनो के साथ जाम से आमजनमानस का निकल कर अपने-अपने गंतव्य तक जाना बेहद कठिन एवं एक चुनौती जैसा बनता जा रहा है। सड़को पर दोनों ओर अवैध रूप से वाहनो की पार्किंग से जाम की स्थिति और गहरा जाती है। वाहनों की कतारें लगने से लोग जहा के तहां फंस जाते है और इसमें परिवार को लेकर जाने वाले निजी वाहनों के अलावा मरीज़ों को ले जाने वाली गाड़िया भी होती है। शहर में जाम से सबसे बुरी हालत ज्वालागंज रोजवेज बस स्टॉप से लेकर सदर अस्पताल तिराहा तक है जहाँ रोडवेज़ बस अड्डा, बाकर गंज चौराहा, पुरानी तहसील स्थित रजिस्ट्री ऑफिस और सदर अस्पताल के पास हर समय जाम जैसी स्थिति बनी रहती है।

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