नयी दिल्ली; उच्चतम न्यायालय ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले पर बुधवार को दुख व्यक्त किया और इसकी कड़ी निंदा की।
शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों, वकीलों और अन्य कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर पीड़ितों को अपनी श्रद्धांजलि दी।
पूर्ण न्यायालय की बैठक में सर्वसम्मति से आतंकवादी कृत्य की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया।
शीर्ष अदालत ने एक बयान जारी कर कहा, “सर्वोच्च न्यायालय उन निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, जिनकी बेरहमी से और समय से पहले हत्या कर दी गई। साथ ही शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना भी व्यक्त करता है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करे और जो घायल हुए हैं, वे शीघ्र स्वस्थ हों। राष्ट्र इस अवर्णनीय दुख की घड़ी में पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़ा है।”
बयान में आगे कहा गया, “भारत के मुकुट रत्न यानी कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने आए पर्यटकों पर हमला निस्संदेह मानवता के मूल्यों और जीवन की पवित्रता का अपमान है और यह न्यायालय इसकी कड़ी निंदा करता है।”
यह जघन्य हमला मंगलवार को किया गया, जिसमें कम से कम 26 लोगों की मृत्यु हो गई।